विकसित भारत के लिए युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण
– ले. जनरल धीरज सेठ के विचार: एमआईटी डब्ल्यूपीयू में 79वां स्वतंत्रता दिवस उत्साह पूर्वक मनाया
पुणे, 18 अगस्त: “पिछले 78 वर्षों में देश ने तकनीक और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाकर विकसित भारत की दौड़ में प्रवेश किया है. इस देश ने सभी के लिए प्रगति के द्वार खोले हैं और आत्मनिर्भर भारत की नींव रखी है. देश के निर्माण में युवाओं सहित प्रत्येक नागरिक की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है. यह विचार ले. जनरल धीरज सेठ ने व्यक्त किए.
माईर्स एमआईटी एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन ग्रुप और एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी की ओर से कोथरूड परिसर में ले. जनरल धीरज सेठ और एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. विश्वनाथ दा. कराड द्वारा ध्वजारोहण कर 79वां स्वतंत्रता दिवस मनाया गया.
इस अवसर पर एमआईटी के डीन प्रो. शरदचंद्र दराडे पाटिल, एमआईटी डब्ल्यूपीयू के कुलपति डॉ. आर.एम. चिटनिस, सीएओ डॉ. प्रसाद खांडेकर, माईर्स के कुलसचिव डॉ. रत्नदीप जोशी और डब्ल्यूपीयू के कुलसचिव गणेश पोकले उपस्थित थे. संस्थान के सभी निदेशक, प्राध्यापक, कर्मचारी और हजारों छात्र भी उपस्थित थे.
ले. जनरल धीरज सेठ ने कहा, “राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अहिंसा का नारा दिया, जबकि सुभाष चंद्र बोस ने सेना खड़ी करके देश को मजबूत बनाने का प्रयास किया. उन्होंने यह भी कहा कि बालगंगाधर तिलक ने “स्वराज्य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है” का मंत्र देकर क्रांति के बीज बोए.
प्रो. डॉ. विश्वनाथ दा. कराड ने कहा, “यह भारत माता के प्रति समर्पण की भावना जागृत करने का दिन है. सभी को अनुशासन, चरित्र और समर्पण के आधार पर देश की सेवा करनी चाहिए. साथ ही, सभी को माता, पिता और देश सेवा का कर्तव्य निभाना चाहिए. भारत में विश्व गुरु बनने के साथ-साथ विश्व को सुख, शांति और संतुष्टि देने की शक्ति है. डॉ. प्रसाद खांडेकर ने सभी से राष्ट्र निर्माण के लिए कार्य करने का आह्वान किया. डॉ. आर. एम. चिटनिस ने स्वागत भाषण दिया. छात्र पृथ्वीराज शिंदे ने सभी को शपथ दिलाई. प्रो. डॉ. गौतम बापट ने कार्यक्रम का संचालन किया और अक्षिता सक्सेना ने आभार माना.


