साधो बैण्ड ने दी प्रस्तुति
गूंजेंगे अखंड भारत की भावना के वैदिक मंत्र
भोपाल : करुणाधाम में मां महालक्ष्मी की स्थापना के 10 वर्ष पूर्ण होने पर वन्देराष्ट्रमातरम् प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसका आगाज आज करुणाधाम में साधो बैण्ड की भक्तिमय प्रस्तुति से हुआ। इस मौके पर बड़ी संख्या में संगीत प्रेमी और भक्तजन मौजूद थे। इस महोत्सव में भारत की कल्पना केवल कश्मीर से कन्याकुमारी सीमा तक नहीं बल्कि अखंड भारत की होगी।
उज्जैन के विद्वान पंडितों ने बताया कि पूरे वृहद भारत की परिकल्पना के अंतर्गत राष्ट्र को राष्ट्र देवता और भारत माता के रूप में माना जाता है। पंडितों ने कहा कि भारत माता की उपासना में अनेक परिदृश्य है जो सेना, अध्यात्म और कर्मकाण्ड रूप में प्रस्तुत होते है। विष्णु पुराण के प्रथम 3 अध्याय में भी वृहद भारत की कल्पना हैं और भारत को जल, भूमि, पहाड़, आश्रम जैसे तत्वों का विवरण दिया गया है। इसी कारण कार्यक्रम का नाम भी वंदे राष्ट्र मातरम् रखा गया है जो भारतीय सनातन परंपरा में भारत को एक जागृत राष्ट्र बताता है।
आश्रम प्रमुख श्री सुदेश शांडिल्य महाराज द्वारा विभिन्न सरोवरों का जल ला कर पूजा अर्चना की जाएगी और अश्वमेध, राजसूर्य जैसे राजकीय यज्ञों का आयोजन किया जायेगा। 10 कन्याओं का राष्ट्र के प्रतीक के रूप में पूजन किया जाएगा। कल 23 जुलाई को पंचांग प्रयोग और संजय मेहता और उनके ग्रुप का ड्रामा कार्यक्रम का आयोजन होगा। गुरुवार 24 जुलाई को भूमंडल स्थापन और पंडित श्री राजेंद्र गंगानी जी द्वारा कथक नृत्य प्रस्तुति का आयोजन होगा। शुक्रवार 25 जुलाई समापन पूर्ण आहुति एवं विशाल भंडारा का आयोजन होगा। शाम को माँ महालक्ष्मी की दिव्य आरती होगी।