पुणे (mediasaheb.com) | दूसरों की मदद करना स्वास्थ्य सेवा सेटिंग्स में काम करने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. व्यावसायिक चिकित्सा में काम करना सीधे ग्राहकों को उनके कौशल को ठीक करने, सुधारने या बनाए रखने में सशक्त बनाता है जो उनके जीवन की गुणवत्ता को समृद्ध करता है. इसी मुख्य उद्देश्य को लेकर अलार्ड यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ हेल्थ एंड बायोसाइंसेज की ओर से हेल्थ स्वयं लैब, साई दत्ता अस्पताल और संजीवनी अस्पताल के बीच हाल ही में समझौता करार जल्द ही होने वाला है.
इस समझौता पर अलार्ड यूनिवर्सिटी के एएसएचएडबी विभाग के डीन डॉ. अजय कुमार जैन और हेल्थ स्वयं लैब के गणेश कोटे और साई दत्ता अस्पताल और संजीवन अस्पताल के निदेशक निखिल चव्हाण ने हस्ताक्षर किए. अलार्ड यूनिवर्सिटी के छात्रों में व्यावहारिक प्रशिक्षण एवं क्लिनिकल पोस्टिंग के संबंध में यहा महत्वपूर्ण बैठक हुई है. बैठक का प्राथमिक उद्देश्य एक साझेदारी पर चर्चा करना और उसे औपचारिक रूप देना था. साथ ही छात्रों को क्लिनिकल सेटिंग्स में व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने और उनके व्यावहारिक ज्ञान तथा कौशल को बढाने की अनुमति देना है.
इस समझौता का उद्देश्य न केवल अलार्ड विश्वविद्यालय के शैक्षणिक पाठ्यक्रम को मजबूत करना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि छात्र स्वास्थ्य सेवा करियर में सफल होने के लिए आवश्यक कौशल से लैस हो. क्लिनिकल पोस्टिंग छात्रों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करेगी. जिससे उन्हें रोगी की देखभाल, निदान और स्वास्थ्य सेवा प्रबंधन को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी.
यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ.एल.आर.यादव ने क्लिनिकल वातावरण में आने, सैद्धांतिक ज्ञान को लागू करने का अवसर प्रदान करने में इस तरह की उद्योग साझेदारी के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने छात्रों को शैक्षिक अनुभव को समृद्ध करने में हेल्थ स्वयं लैब, साई दत्ता अस्पताल और संजीवनी अस्पताल जैसे अस्पतालों और प्रयोगशालाओं की महत्वपूर्ण भूमिका बताया.
डॉ.अजय कुमार जैन ने विभाग के दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला कि एक मजबूत स्वास्थ्य सेवा शिक्षा प्रणाली बनाई जाए. जो व्यावहारिक अनुभव को कक्षा में सीखने के साथ एकीकृत करें. स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों के भविष्य में सहयोग करने और निवेश करने की इच्छा के लिए स्वास्थ्य सेवा नेताओं के प्रति आभार व्यक्त किया.
अलाड स्कूल ऑफ़ हेल्थ एंड बायो साइंसेज दो और अनुबंध हो चुके हैं , और कुछ और भविष्य में अनुबंध होने जा रहे हैं इंडस्ट्री के साथ. अंत में कोटे और चव्हाण दोनों ने इस पहल के लिए अपने समर्थन की पुष्टि की, एक उपयोगी साझेदारी का वादा किया जो छात्रों और समय रूप से स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र दोनों को लाभान्वित करेगी.
छात्रों का व्यावहारिक प्रशिक्षण और नैदनिक पोस्टिंग के लिए स्कूल ऑफ हेल्थ एंड बायोसाइंसेज का समझौता अलार्ड यूनिवर्सिटी की नई पहल
