रायपुर, (mediasaheb.com) कुछ दिन पहले भारतीय जनता पार्टी के छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी ने कांग्रेस की मौजूदा भूपेश सरकार को निशाने पर लेते हुए आरोप लगाया था कि पिछले 5 महिनों में प्रदेश की राजधानी रायपुर के डी के एस अस्पताल में 1000 मौतें हुई हैं, जिसके जवाब में कांग्रेस नेता संजीव अग्रवाल ने आरटीआई से प्राप्त जानकारी के आंकड़े मीडिया के सामने पेश करते हुए उत्तर दिया है कि श्रीचंद सुंदरानी पहले अपने गिरेबान में झांके और तब मौजूदा भूपेश सरकार पर झूठे और मनगढ़ंत आरोप लगाएं।
अग्रवाल ने कहा कि, असलियत यह है कि भाजपा के शासनकाल में छत्तीसगढ़ प्रदेश में सन 2005 से लेकर 2018 तक 46450 भीमराव अम्बेडकर अस्पताल मौत हुई है। संजीव अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश के सबसे बड़े अंबेडकर अस्पताल में इलाज ऐसी दुर्दशा थी कि भाजपा के शासनकाल में थी कुल 13 साल मै 5,70,857 मरीज़ भर्ती होने के लिए आये थे उनमें से 46,450 मरीज़ों की मौत हो जाती है । पिछले 15 सालों में भीमराव अम्बेडकर अस्पताल को ना दवाई दी ना मशीन ने दी भाजपा सरकार ने सिर्फ भाजपा के नेताओं ने अपनी अपनी जेब भरीं अभी सिर्फ डी के एस हास्पीटल की जांच ही चालू हुई है । अगर छत्तीसगढ़ सरकारी अस्पतालों की जांच हो जाये तो भाजपा के नेता कहाँ होगे सब जानते हैं ।
संजीव ने आरटीआई से प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया कि सन 2005 से लेकर सन 2018 तक प्रदेश के अंबेडकर अस्पताल में लगभग 46450 मौतें हो चुकी हैं। संजीव अग्रवाल ने कहा कि पिछले 5 साल में भाजपा के प्रवक्ता व पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी भी अंबेडकर अस्पताल में अपनी चौपाल लगाकर बैठते थे, उन पांच सालो मै ही मौत का आंकड़ा 25653 है। श्रीचंद सिर्फ राजनीति करने के लिए ही भीमराव अम्बेडकर अस्पताल आकर चौपाल लगा कर डाक्टरों को परेशान करते थे।, क्योंकि वह अस्पताल उनके क्षेत्र में आता है। ऐसी शर्मनाक राजनीति की उम्मीद भाजपा के नेताओं से ही की जा सकती है, जोकि लाशों पर भी राजनीति करते हैं।
संजीव अग्रवाल ने कहा कि अब सुंदरानी यह बताएं कि उन्होंने पिछले 5 महिनों के भूपेश सरकार का आंकलन तो दे दिया जो की पूरी तरह से झूठा है, लेकिन यह आंकड़े जो चीख चीख के कह रहे हैं कि पिछले 13 सालों में 46 हजार से ज्यादा मरीज़ों की मौतें भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल के दौरान इसी अंबेडकर अस्पताल में हुई हैं। साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह के दामाद डॉ पुनीत गुप्ता के भी डीकेएस अस्पताल में भ्रष्टाचार के मामले की कलई खुल रही है, इस पर उनका क्या कहना है?
संजीव अग्रवाल ने कहा कि फ़र्ज़ी आंकड़े पेश करने की बजाय अगर तरीके से काम किए होते तो जनता उन्हें विधानसभा चुनाव 2018 में 15 साल के भाजपा की शासनकाल के बदले 15 सीटें नहीं दी होती। इसीलिए श्रीचंद सुंदरानी को आत्ममंथन और चिंतन करने की आवश्यकता है और पहले अपने गिरेबान में झांकने की जरूरत है।
आरटीआई से प्राप्त जानकारी के अनुसार अंबेडकर अस्पताल में हुई मौतों के आंकड़े निम्नलिखित प्रकार से हैं –
सन
मौत की संख्या
2005
1738
2006
1847
2007
2290
2008
2437
2009
1727
2010
2638
2011
2316
2012
2696
2013
3063
2014
3183
2015
4996
2016
5523
2017
5769
2018
6182
मौत की कुल संख्या = 46450 |