नई दिल्ली (mediasaheb.com)| एससीओ परिषद के राष्ट्राध्यक्षों की 24वीं बैठक (एससीओ शिखर सम्मेलन) 4 जुलाई को कजाकिस्तान की अध्यक्षता में अस्ताना में हो रही है। विदेश मंत्री एस जयशंकर एससीओ शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। शिखर सम्मेलन में, पिछले दो दशकों में संगठन की गतिविधियों की समीक्षा करने और बहुपक्षीय सहयोग की स्थिति और संभावनाओं पर चर्चा करने की उम्मीद है। एक बयान में कहा गया है कि बैठक में क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय महत्व के सामयिक मुद्दों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
एससीओ में भारत की प्राथमिकताएं प्रधानमंत्री के ‘सिक्योर’ एससीओ के दृष्टिकोण से आकार लेती हैं। सिक्योर का मतलब सुरक्षा, आर्थिक सहयोग, कनेक्टिविटी, एकता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए सम्मान और पर्यावरण संरक्षण है। भारत ने, एससीओ की अपनी पहली अध्यक्षता के तहत, 4 जुलाई, 2023 को वर्चुअल प्रारूप में एससीओ राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की 23वीं बैठक की मेजबानी की।
एससीओ के सदस्य देश दुनिया की आधी आबादी और वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग एक तिहाई हिस्सा कवर करते हैं। 2024 शिखर सम्मेलन में बेलारूस को दसवें सदस्य के रूप में शामिल होने के साथ नया विस्तार देखने की उम्मीद है। ईरान पिछले वर्ष इस गुट में शामिल हुआ था। (वार्ता)