कोलकाता, (mediasaheb.com) पश्चिम बंगाल में असम के मंत्री हेमंत विश्वशर्मा के काफिले पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) कार्यकर्ताओं के हमले के बाद बुधवार को भी हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल के हालात दिन ब दिन बदतर होते जा रहे हैं। राज्य में हिंसा का दौर बदस्तूर जारी है। अब तक तो राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता ही आपस मे टकराते थे लेकिन अब मंत्रियों पर भी हमले का दौर शुरू हो गया है। दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री और मंत्रियों के लिए भी बंगाल असुरक्षित हो गया है। पश्चिम मेदिनीपुर जिले के खेजुरी में मंगलवार को असम के मंत्री हेमंत विश्वशर्मा के काफिले को घेरकर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ताओं ने जमकर तोड़फोड़ की है। उनकी गाड़ी को भी नहीं बख्शा। हालांकि, मंत्री सुरक्षित बच गए।
मंत्री की सुरक्षा में तैनात केंद्रीय बलों के जवानों ने उन्हें टीएमसी कार्यकर्ताओं के हिंसक घेरे से सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इस काफिले में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष भी शामिल थे। उन्हीं के प्रचार के लिए हेमंत विश्वशर्मा आए हुए थे। हमले के दौरान टीएमसी कार्यकर्ता भाजपा के तीन कार्यकर्ताओं को उठा ले गए और उन्हें लहूलुहान कर छोड़ दिया था। घटना के बाद रात 1:00 बजे तक बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं और महिलाओं ने सड़क जाम किया था। बाद में पुलिस के समझाने-बुझाने पर लोग शांत हुए। इस घटना को लेकर हेमंत विश्व शर्मा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा है कि बंगाल में लोकतंत्र के खात्मे की बानगी मेरे काफिले पर हमले से देखी जा सकती है। यह भाजपा के उत्थान से ममता बनर्जी के डर को दिखाता है। (हि.स.)।