रायपुर, (media saheb.com) बैठक में आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति
मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी, सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष बृहस्पति सिंह, पत्थलगांव विधायक
रामपुकार सिंह, मुख्य सचिव अमिताभ जैन,अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के सचिव डी. डी. सिंह, आदिम जाति तथा
अनुसूचित जाति विकास विभाग की संचालक श्रीमती शम्मी आबिदी मुख्यमंत्री निवास में
उपस्थित थीं ।
छत्तीसगढ़ जनजाति सलाहकार परिषद के सदस्य
तथा विधानसभा के उपाध्यक्ष मनोज मण्डावी, सांसद दीपक बैज, संसदीय सचिव इंदरशाह मंडावी, चिंतामणि महाराज, बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के
अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, उपाध्यक्ष सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण गुलाब कमरो, विधायक श्रीमती देवती
कर्मा, डॉ. लक्ष्मी ध्रुव, विनय भगत, अनूप नाग, चक्रधर सिंह , बोधराम कंवर, पहाड़ी कोरवा विकास अभिकरण अम्बिकापुर के अध्यक्ष पीताम्बर राम और बैगा
विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष गिरधारी बैगा के साथ ही प्रमुख सचिव विधि एवं विधायी
कार्य नरेन्द्र कुमार चन्द्रवंशी, वन विभाग के सचिव मनोज कुमार पिंगुआ, राजस्व विभाग की सचिव सुश्री रीता शांडिल्य, वित्त एवं नगरीय
प्रशासन विभाग की सचिव श्रीमती अलरमेलमंगई डी, बस्तर संभाग के आयुक्त जी.आर चुरेन्द्र, बिलासपुर संभाग के
आयुक्त संजय कुमार अलंग तथा सरगुजा संभाग की आयुक्त सुश्री जिनेविवा किण्डो वीडियो
कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा बैठक में शामिल हुईं ।
डेडिकेटेड मोबाइल मेडिकल यूनिट के तहत इलाज
सीएमएचओ डॉ. एसके शर्मा ने बताया, “डेडिकेटेड मोबाइल मेडिकल यूनिट के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में सर्दी, खांसी, बुखार जैसी सामान्य बीमारियों के परीक्षण की सुविधा मिल सकेगी। इसके अलावा मलेरिया, टीबी, एचआईवी, रक्तचाप, मधुमेह, रक्ताल्पता, कुष्ठरोग, नेत्र विकार, डायरिया, सिकलसेल के जॉच की सेवाएं भी उपलब्ध कराई जाएगी। ऐसे मरीज जिनका जांच व उपचार के बाद प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जांच के लिए रेफर किया जाएगा। उन मरीजों के लिए पीला कार्ड जारी किया जाएगा। वहीं ऐसे मरीज जिनकों इलाज के लिए जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज स्तर पर रेफर होने पर उन्हें गुलाबी कार्ड प्रदान किया जाएगा”।
बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध
सीएमएचओ डॉ. शर्मा ने बताया, “डेडिकेटेड मोबाइल मेडिकल यूनिट वाहन में दो चिकित्सा अधिकारी (एक पुरूष, एक महिला), फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन, स्टॉफ नर्स, वार्ड ब्वाय, वाहन चालक होंगे। मोबाइल मेडिकल यूनिट अंतर्गत जिले के कोरोना संक्रमित ग्रामीण क्षेत्रों में निरंतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराते रहेंगे। मोबाइल मेडिकल यूनिट वाहन कोरोना संक्रमित ग्रामों के ग्रामीणों के लिए लाभकारी साबित होगा। मेडिकल यूनिट के वाहन में माइक व स्पीकर से लोगों को संदेश प्रसारित भी किया जाएगा। जिससे लोगों को स्वास्थ्य संबधित सलाह ओआरएस घोल का प्रयोग, निमोनिया से बचाव, साफ- सफाई व कोरोना गाइड लाइन के तहत मास्क सेनेटाइजर इत्यादि के उपयोग के बारे में जानकारी दी जाएगी।“ For English News : the states. news