नई दिल्ली, (media saheb) केन्द्रीय वित्त मंत्री पीयूष गोयल न कहा है कि टैक्स जमा करने की प्रक्रिया को हमें और सरल करना होगा। टैक्स प्रक्रिया जितनी पारदर्शी होगी, करदाता का भरोसा उतना बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि ईमानदार करदाताओं के लिए अनुपालन को सरल बनाना और आम जनता के लाभ एवं कल्याण के लिए करों के जरिए इस तरह से एकत्रित धन का सर्वोत्तम उपयोग सुनिश्चित करना आवश्यक है। कर दाखिल करने की प्रक्रिया को और भी आसान तथा सुचारू बनाने हेतु सरलीकरण, पारदर्शिता बनाने के लिए नवीनतम प्रौद्योगिकी की मदद ली जा सकती है। केंद्रीय वित्त, कॉरपोरेट मामले के मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को दिल्ली में आयोजित एक समारोह में यह बातें कही। वित्त मंत्री गोयल नई दिल्ली में केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) द्वारा अलंकरण समारोह और अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस 2019 के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।
इस मौके पर गोयल ने कहा कि यदि सरकार और करदाताओं सहित सभी हितधारक आपस में मिलकर उचित एवं नैतिक ढंग से काम करें, तो कोई कारण नहीं है कि एक राष्ट्र के रूप में भारत ‘राष्ट्रों के समुदाय’ में सही स्थान आखिरकार क्यों नहीं प्राप्त कर सकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि यदि विभिन्न विभाग जैसे कि सीबीआईसी और सीबीडीटी संबंधित विभाग की दक्षता और छवि को बेहतर बनाने के लिए अपने अधिकारियों से नए विचार या आइडिया लेकर सामूहिक निर्णय लें, तो यह बेहतर होगा। यही नहीं, इससे सीबीआईसी/सीबीडीटी के लिए कर अनुकूल संगठन की छवि बनाना भी आसान हो जाएगा। वित्त मंत्री ने कहा कि विभाग को करदाता अनुकूल होना चाहिए और उनके पास मार्गदर्शन के लिए संबंधित अधिकारियों से संपर्क करना आसान होना चाहिए। इतना ही नहीं, विभाग और करदाताओं दोनों को एक भागीदार के रूप में कार्य करना चाहिए, ताकि बेहतर कर अनुपालन के साथ-साथ संगठन की समग्र छवि में सुधार भी संभव हो सके।
इससे पहले, केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड द्वारा 25 जनवरी, 2019 को डॉ. अंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र में अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस समारोह आयोजित किया गया। केंद्रीय वित्त मंत्री पीयूष गोयल मुख्य अतिथि थे और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला सम्मानित अतिथि थे। डॉ. अजय भूषण पांडेय, राजस्व सचिव और प्रणब कुमार दास, भारत सरकार के विशेष सचिव तथा अध्यक्ष, केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क (सीबीआईसी) के अलावा केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड के विभिन्न सदस्य और विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण भी इस अवसर पर उपस्थित थे। (हि.स.)।