नई दिल्ली, (mediasaheb.com) क्रूड ऑयल और रिफाइनरी प्रोडक्ट्स का उत्पादन घटने की वजह से 8 कोर सेक्टर्स की वृद्धि दर सुस्त होकर फरवरी में 2.1 फीसदी पर आ गई है। सरकार द्वारा सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह बात सामने आई। वहीं एक साल पहले समान महीने यानी फरवरी,2018 में कोर सेक्टर्स में 5.4 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई थी। इन 8 कोर सेक्टर्स में मुख्य रूप से कोयला, क्रूड ऑयल, नेचुरल गैस, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स, फर्टिलाइजर्स, स्टील, सीमेंट और इलेक्ट्रिसिटी आदि आते हैं। सेक्टर-वार बात करें तो फरवरी,2019 में क्रूड ऑयल और रिफाइनरी प्रोडक्ट्स की प्रोडक्शन ग्रोथ घटकर क्रमशः 6.1 फीसदी और 0.8 फीसदी रही थी।
वहीं फर्टिलाइजर्स, स्टील, सीमेंट और इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर की ग्रोथ घटकर क्रमशः 2.5 फीसदी, 4.9 फीसदी, 8 फीसदी और 0.7 फीसदी रह गई। जबकि एक साल पूर्व समान महीने यानी फरवरी,2018 में ये क्रमशः 5.2 फीसदी, 5 फीसदी, 23 फीसदी और 4.6 फीसदी रही थी। हालांकि, कोयला और नैचुरल गैस के प्रोडक्शन में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई, जो फरवरी 2019 में क्रमशः 7.3 फीसदी और 3.8 फीसदी रही थी। इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के ग्रोथ में सुस्ती का इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन(आईआईपी) पर खासा असर पड़ेगा।इन सेक्टर की आईआईपी में 41 फीसदी योगदान होता है। उल्लेखनीय है कि कॉमर्स और इंडस्ट्री मिनिस्टरी द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल-फरवरी 2018-19 में 8 सेक्टर्स की ग्रोथ 4.3 फीसदी के साथ लगभग फ्लैट रही। (हि.स.)।


