दंतेवाड़ा (mediasaheb.com) । ख़बर दंतेवाड़ा से है जहां वन अधिकारी के संरक्षण में ही जंगल के कीमती लकड़ियों की तस्करी का मामला सामने आया है।वैसे तो आये दिन लकड़ी तस्करी का मामला सामने आता रहता है। आपको बताना चाहेंगे कि दंतेवाड़ा वन परिक्षेत्र में वन विभाग के अधिकारी के संरक्षण में ही लकड़ी की तस्करी खुलेआम किया जा हैं। पूरा मामला दंतेवाड़ा वन परिक्षेत्र का है, जहां पदस्थ सहायक वन परिक्षेत्र अधिकारी सोहनलाल वर्मा की देखरेख में लकड़ी की तस्करी की जा रही है।
वन परिक्षेत्र दंतेवाड़ा में “आक्सीजोन” का निर्माण वनविभाग द्वारा किया गया है। सूत्रों के हवाले से ये लकड़ी वही से वॉच टॉवर में गीदम परिक्षेत्र के सरकारी ट्रैक्टर से लाया गया। उसके पश्चात सहायक वन परिक्षेत्र अधिकारी सोहनलाल वर्मा ने विभाग के एक दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी विकास नाग को आदेश दिया कि इस लकड़ी को स्थानीय आवराभाटा के “दुर्गा सा मील” पर छोड़ दीजिये।
जब इस ट्रेक्टर के ड्राइवर विकास नाग से पूंछा तब उन्होंने बताया कि सहायक वन परिक्षेत्र अधिकारी सोहनलाल वर्मा के कहने पर वे इस लकड़ी को मील में आये हैं। लकड़ी वॉच टॉवर से मील मेरे द्वारा साहब के आदेश से लाया गया है।
विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि ये अवैध लकड़ियां वन परिक्षेत्र अधिकारी सोहनलाल वर्मा के बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर में नवनिर्मित भवन के लिए दरवाजा,खिड़की, चौखट, आदि बनाने के लिए लाया गया है।
एक जिम्मेदार सरकारी विभाग के अधिकारी ने मीडिया कर्मी से जो कहा उसकी वाईस रिकॉर्डिंग कर्मी के पास सुरक्षित है।