रायपुर(realtimes) कमल विहार योजना पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का कांग्रेस ने स्वागत किया है। फैसले के बाद प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कमल विहार की शेष जमीन पर विशेष कमल जेल बनाने की मांग की है, ताकि इस जेल में घोटालेबाज पूर्व मुख्यमंत्री के रिश्तेदार, मंत्रियों, भाजपा नेताओं और उनके चाटुकार अफसरों को रखा जा सके।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि 15 साल तक यूपीए सरकार के द्वारा शासकीय योजनाओं में पारदर्शिता लाने और भ्रष्टाचार खत्म करने बनायी गयी सूचना के अधिकार अधिनियम का भी खुला उल्लंघन किया गया। भ्रष्टाचार को छुपाने जनता के द्वारा मांगे जाने पर भी जानकारी नहीं दी गयी और आरटीआई एक्टिविस्टो को प्रताड़ित करने का काम भाजपा की सरकार ने किया।
झीरम घाटी कांड, अंतागढ़ कांड, नान घोटाला, धान घोटाला, डीकेएस घोटाला, पनामा पेपर्स कांड, फसल बीमा घोटाला, सीएजी की रिपोर्ट में पकड़ी गई 4600 करोड रुपए की टेंडर की अनियमितता के आरोपियों, ईओडब्ल्यू के मुकेश गुप्ता, रेखा नायर, रजनेश सिंह, चिप्स के ए.एक्स.पाल मेनन, जनसंपर्क विभाग के राजेश टोप्पो, दंतेवाड़ा जमीन कांड के पूर्व कलेक्टर एवं भाजपा नेता ओपी चौधरी, श्रम विभाग में साइकल-सिलाई मशीन खरीद घोटाला, स्कूल विभाग में फर्नीचर घोटाला, पाठ्य पुस्तक निगम में घोटाला, हाउसिंग बोर्ड घोटाला, आरडीए घोटाला, अबकारी घोटाला, ई-टेंडर घोटाला, धान बोरा खरीदी घोटाला सहित अनेक घोटालों में शामिल मुख्यमंत्री के रिश्तेदारों मंत्रियों भाजपा नेताओं और उनके चंद चाटुकार अफसरों को रखने के लिये अलग से जेल बनानी पड़ेगी।
15 साल में रमन सरकार के दौरान छत्तीसगढ़ का कोई ऐसा विभाग नहीं बचा है जिसमें भारी अनियमितताएं, घोटाला, भ्रष्टाचार नहीं हुआ हो। निरंतर सत्ता में रहते हुये पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अपने सरकार के काले कारनामें को छुपाने के लिये निरंतर हजारों-करोड़ों रू. खर्च कर लोकलुभावने नारा वाले विज्ञापन, होर्डिंग्स बोर्ड, अखबार, इलेक्ट्रानिक मीडिया में दिखाते रहे है। जिसके कारण रमन सरकार के घोटाले जनता के बीच नहीं आ पाई। अब सत्ता परिवर्तन के बाद निरंतर मिल रही शिकायतों से स्पष्ट हो गया है कि छत्तीसगढ़ के खजाने को लूटने का काम भारतीय जनता पार्टी ने किया है अब कांग्रेस की सरकार छत्तीसगढ़ के साथ अन्याय करने वालों को जेल भेजेगी किसानों, मजदूरों युवाओं, महिलाओं के हक अधिकार को लूटने वालों को सजा देना आवश्यक है।