रायपुर (mediasaheb.com) । शिक्षकों के स्थानांतरण का शालेय शिक्षाकर्मी संघ ने विरोध किया है. संघ की ओर से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप बताया कि कुछ अधिकारी दुर्भावनापूर्ण आम शिक्षकों के साथ-साथ शिक्षक नेताओं का स्थानांतरण कर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है.
इस संबंध में संघ के प्रदेशाध्यक्ष वीरेंद्र दुबे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मंत्रालय में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. इसमें बताया कि वर्तमान में पूरे प्रदेश भर में स्थानातरण नीति के अनुसार शिक्षकों को स्थानन्तरण कराने का मौका देते हुए स्थानातरण नीति लागू की गई जिसके आधार पर आवेदन मंगाए गए है.लेकिन प्रदेश भर से आ रही सूचनाओं के अनुसार, आवेदन नहीं लगाने के बाद भी कुछ शिक्षकों का स्वैच्छिक स्थानातरण कर दिया जा रहा है. ऐसा केवल उन्हें मानसिक तौर पर परेशान करने के लिए किया जा रहा है.
संघ ने स्थानांतरण नीति का इस प्रकार से गलत इस्तेमाल करने पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है. संगठन एवं आम शिक्षकों को केवल इस लिए परेशान किया जा रहा क्योंकि पूर्व में अपने हक की लड़ाई में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया था और अधिकारियों के नजरों में चढ़ गए थे,अब अधिकारियों को मौका मिलते ही उन शिक्षकों का स्थानांतरण किया जा रहा है. संघ की ओर मुख्यमंत्री से निवेदन किया गया है कि स्थानांतरण को पारदर्शी करते हुए बेवजह शिक्षकों एवं शिक्षक नेताओं को मानसिक रूप से परेशान न किया जाए.
वहीं प्रांतीय महासचिव धर्मेश शर्मा ने बताया कि संविलियन के लिए शासन द्वारा जारी समय सारणी का पालन नहीं किया जा रहा है, लगभग 15 हजार शिक्षकों का संविलियन आदेश जारी नहीं किये जाने के कारण आज पर्यंत उन्हें वेतन अप्राप्त है. साथ ही बहुत से शिक्षक स्थानांतरण का लाभ नहीं ले पा रहे हैं, शासन को इसे संज्ञान में लेते हुए जल्द संविलियन आदेश जारी करना चाहिए.