नई दिल्ली, (mediasaheb.com) । केंद्रीय गृहमंत्री एवं BJP के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को दिल्ली कैंट विधानसभा क्षेत्र से पार्टी उम्मीदवार मनीष सिंह, पटेल नगर से परवेश रतन और तिमारपुर क्षेत्र के उम्मीदवार सुरेन्द्र सिंह बिट्टू के समर्थन में नुक्कड़ सभाओं को संबोधित किया। इस दौरान शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता नागरिकता संशोधन अधिनियम ( CAA ) के विरोध में शाहीनबाग में जारी प्रदर्शन के खिलाफ है। शाहीनबाग में प्रदर्शनकारी देश विरोधी नारे लगा रहे हैं, लेकिन राहुल और केजरीवाल इनका समर्थन कर रहे हैं। दिल्ली की जनता आठ फरवरी को मतदान के जरिए इसका समुचित जवाब देगी।
गृहमंत्री शाह ने कहा कि केजरीवाल कह रहे हैं चुनाव विकास के मुद्दे पर होना चाहिए। मैं केजरीवाल को बताना चाहता हूं कि उनका विकास में भी रिकार्ड अच्छा नहीं है। वो कहते हैं कि शाहीनबाग पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। मैं पूछता हूं कि देश की सुरक्षा का मुद्दा होना चाहिए या नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने जो 2015 में चुनावी वादे किए थे, वो लिस्ट लेकर आ जाएं और दिल्ली की जनता ही बता देगी कि केजरीवाल ने किसी भी वादे को पूरा नहीं किया। केजरीवाल मुझसे कहते हैं कि अमित शाह जी दिल्ली वालों का अपमान मत करो। मैं केजरीवाल से पूछता हूं, केजरीवाल आप दिल्ली के मुख्यमंत्री हो, लेकिन दिल्ली की जनता तो मेरे सामने बैठी है। हम केजरीवाल से उनके कामों का हिसाब मांगें तो इससे दिल्ली का अपमान कैसे होता है भाई। केजरीवाल ने कहा था कि 500 स्कूल बनाएंगे, 50 कॉलेज बनाएंगे, लेकिन नहीं बनाया। अब कह रहे हैं आप सरकार ने मोहल्ला क्लीनिक बनाए, क्या इनमें ऑपरेशन हो सकते हैं? बड़ा इलाज हो सकता है? कहां जाएंगे दिल्ली के लोग? केजरीवाल ने तो आयुष्मान भारत योजना को भी अपनी ओछी राजनीति के लिए लागू होने नहीं दिया। मैं दिल्ली के लोगों से वादा करता हूं दिल्ली में भाजपा की सरकार आयुष्मान भारत योजना के साथ गरीबों का इलाज भी अच्छे अस्पतालों में कराएगी।
भाजपा के पूर्व अध्यक्ष शाह ने कहा कि आठ फरवरी को कमल निशान पर बटन दबाना, क्योंकि ये चुनाव दो पार्टियों के बीच का नहीं रह गया है। बल्कि दो विचारधाराओं का हो गया है। एक तरफ राहुल गांधी और केजरीवाल की जोड़ी है और दूसरी तरफ विकास के लिए प्रतिबद्ध भाजपा है। इसलिए आपको चुनना है कि विकास करने वाली पार्टी चाहिए या देश को तोड़ने वाली पार्टी। उल्लेखनीय है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आठ फरवरी को मतदान होगा और नतीजे 11 फरवरी को आएंगे। ( हि.स.)