द्वारका/अहमदाबाद, (mediasaheb.com) ‘वायु’ तूफान ने गुजरात की चिंता बढ़ा दी है | मौसम विभाग के निदेशक जयंत सरकार के अनुसार पहले “वायु ” तूफान वेरावल की ओर जा रहा था लेकिन अब सोमनाथ से पोरबंदर तक की दिशा बदल गई है और अब तूफान गुरुवार की सुबह के बजाय दोपहर को हिट करेगा, ऐसी सम्भावना है । तूफान का सीधा असर जनजीवन पर पड़ेगा |
मौसम विभाग से मिली पूर्व की जानकारी के अनुसार
बुधवार की मध्यरात्रि सौराष्ट्र तट पर “वायु ” तूफान आने वाला था,लेकिन अब कल आने की संभावना बन गयी है | देवभूमि द्वारका जिले में प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित
रूप से स्थानांतरित किया जा रहा है। जिले के खंभलिया, द्वारका, कल्याणपुर और भनवाड़ के गांवों में आज तक 21589 लोगों को स्थानांतरित कर दिया गया है।
मौसम विभाग से मिली ताजी जानकारी के अनुसार
“वायु ” तूफान 150 से 166 किमी की गति से टकराएगा ।
वर्तमान में, यह 10 किमी की गति से चल रहा है। सरकार
के आदेशों के बाद एनडीआरएफ ने समुद्र तट से सभी लोगों को (100%) स्थानांतरित कर दिया गया है। इस समय तक, भावनगर में सबसे अधिक 22531, अमरेली
में 20806, सोमनाथ में 11000 और
कच्छ में 9300 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया
गया है । सौराष्ट्र में 408 गांव वायु तूफान से प्रभावित होंगे। वायु तूफान
का प्रभाव 14 तारीख के
बाद भी 48 घंटे तक रहेगा |
सौराष्ट्र की ओर जाने वाली ट्रेन और उड़ानें
रद्द कर दी गई हैं। प्रवास के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की गई है। द्वारका
में अचानक मौसम के बदलाव के कारण समुद्र में लहरों में उछाल आ गयी है। पोरबंदर के
मांडवी, पोरबंदर के राणावाव विस्तार में हवा के साथ
बारिश शुरू हो गयी है। अब तक एनडीआरएफ की 48 टीमें विभिन्न क्षेत्रों में
तैनात की जा चुकी हैं। साथ ही सेना की 13 टीमें राहत के लिए आ गई हैं और 6 हेलिकॉप्टरों को बचाव के लिए सरकार ने स्टैंडबाई में रखा है।
देवभूमि द्वारका जिले में एहतियात के तौर पर तूफान की वजह से 62 गांवों के 21589 लोगों को बुधवार को 2 बजे दिन तक स्थानांतरित किया जा चुका है । खंभलिया के 21 गांवों में से 12753, द्वारका के 27 गांवों में 4207, कल्याणपुर के 11 गांवों में से 3287 और भानवाड के 1342 लोगों को उचित सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है । स्थानांतरित किए गए लोगों के लिए, जिला प्रशासन की टीम के साथ-साथ गैर सरकारी संगठन के लोगों द्वारा भी खाने-पीने का इंतजाम किया गया है।(हि.स.)।