–सत्रहवीं
लोकसभा के गठन की प्रक्रिया शुरू, आदर्श
आचार संहिता लागू, लोकसभा
चुनाव के साथ चार राज्यों आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम विधानसभा के चुनाव भी
–पहले चरण का मतदान 11 अप्रैल को
–दूसरे चरण का मतदान 18 अप्रैल को
–तीसरे चरण का मतदान 23 अप्रैल को
–चौथे चरण का मतदान 29 अप्रैल को
–पांचवें चरण का मतदान 6 मई को
–छठे चरण का मतदान 12 मई को
–सातवें चरण का मतदान 19 मई को
-23 मई को
मतगणना, होगा मुकद्दर के सिकंदर का फैसला
नई दिल्ली, (mediasaheb.com) लोकसभा चुनाव सात चरण में होंगे। इसकी घोषणा मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने रविवार शाम विज्ञान भवन में की। लोकतंत्र के इस महाकुंभ में 90 करोड़ मतदाता डुबकी लगाएंगे। सत्रहवीं लोकसभा के गठन की प्रक्रिया शुरू होते ही देश में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गई। 11 अप्रैल से शुरू होने वाले मतदान का आखिरी चरण 19 मई को पूरा होगा। देश के तीन सबसे बड़े प्रांत उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार में सभी सात चरणों में मतदान होगा। मतगणना 23 मई को होगी। लोकसभा की 543 सीटों पर होने वाले चुनाव के साथ चार राज्यों आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम विधानसभा के चुनाव भी होंगे।
पहले चरण के लिए 11 अप्रैल को मतदान होगा। इसमें 20 राज्यों की 91 सीट शामिल हैं। दूसरे चरण के मतदान की तारीख 18 अप्रैल है। इसमें 13 राज्यों की 97 सीट हैं। तीसरे चरण के चुनाव की वोटिंग 23 अप्रैल को होगी। इसमें 14 राज्यों की 115 सीट हैं। चौथे चरण के चुनाव के लिए नौ राज्यों की 71 सीटों के लिए 29 अप्रैल को मतदान होगा। सात राज्यों की 51 सीटों के पांचवें चरण का मतदान 6 मई को होगा। छठे चरण में सात राज्यों की 59 सीट हैं। यहां 12 मई को वोटिंग होगी। लोकतंत्र के सबसे बड़े महापर्व का आखिरी सातवां चरण 19 मई को पूरा होगा। इस दिन आठ राज्यों की 59 सीटों के लिए मतदान होगा।
मुख्य चुनाव आयुक्त अरोड़ा ने अपने दोनों सहयोगियों के साथ आम चुनाव की तिथियों की घोषणा करते हुए चुनाव तैयारियों की भी जानकारी दी। सत्रहवीं लोकसभा के लिए होने वाले चुनाव में पहली बार 18 से 19 साल के डेढ़ करोड़ युवा मतदान में हिस्सा लेंगे। अरोड़ा ने बताया कि कुल आठ करोड़ 43 लाख नए मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसके लिए देशभर में 10 लाख बूथ बनाए जाएंगे। इन सभी बूथ पर वीवीपैट के जरिये मतदान की व्यवस्था की जाएगी। 2014 के आम चुनाव में बूथों की संख्या नौ लाख थी।
निर्वाचन आयोग का नियंत्रण कक्ष 24 घंटे काम करेगा। इसका टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1950 है। उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति आचार संहिता के उल्लंधन की जानकारी एंड्रॉयड ऐप सी विजिल के जरिए भी दे सकता है। ऐसे लोगों की पहचान उजागर नहीं की जाएगी। इस पर 100 मिनट में कार्रवाई होगी। इसके अलावा मतदान के 48 घंटे पहले लाउड स्पीकर पर प्रतिबंध रहेगा। देश के सभी संवेदनशील स्थानों पर सीआरपीएफ की तैनाती होगी। देश के 90 करोड़ मतदाताओं में से 99.3 प्रतिशत को मतदाता पहचान पत्र जारी हो चुके हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि निष्पक्ष चुनाव के लिए पुख्ता तैयारी की गई है। चुनावी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। संवेदनशील राज्यों में विशेष पर्यवेक्षक भेजे जाएंगे। चुनाव अधिकारियों के वाहनों में जीपीएस होने के साथ ईवीएम की भी जीपीएस ट्रैकिंग होगी। उम्मीदवारों को अपने सोशल मीडिया अकाउंट की भी जानकारी देनी होगी। उन्होंने यह भी कहा है कि फेसबुक पर प्रचार नहीं किया जाएगा। उम्मीदवार को अपने आपराधिक रिकार्ड की जानकारी भी देनी होगी।(हि.स.)।