लखनऊ(media saheb) उत्तर प्रदेश में रिवरफ्रंट घोटाले के मामले में गुरुवार को परिवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने यूपी समेत चार राज्यों में एक साथ छापेमारी की है। इस छापेमारी को लेकर हड़कम्प मच गया है। परिवर्तन निदेशालय के सूत्रों की मुताबिक, लखनऊ के गोमतीनगर विशालखण्ड और राजाजीपुरम में छापेमारी की कार्रवाई की गयी है। इसके अलावा हरियाणा, राजस्थान और नोएडा के सेक्टर 62 में एक साथ छापा मारा है।
राजस्थान के भिवाड़ी और हरियाणा के गुरुग्राम, नोएडा के सेक्टर-62 स्थित आईथम टॉवर में छापेमारी की सूचना आ रही है। इनमें सिंचाई विभाग के पूर्व अधिकारियों और गैमन इंडिया कंपनी के अधिकारियों के आठ ठिकानों पर छापा पड़ा है। परिवर्तन निदेशालय की टीम द्वारा इस दौरान इंजीनियरों और ठेकेदारों के घर को खंगाला जा रहा है। प्रवर्तन निदेशालय ने तत्कालीन गोमती रिवर फ्रंट से जुड़े अधीक्षण अभियन्ता शिवमंगल सिंह यादव और चीफ इंजीनियर गोलेश चन्द्र गर्ग और उनकी पत्नी मधुबाला गर्ग, पुत्र तनुज गर्ग के साथ पुत्र वधू स्वाति तनुज गर्ग के हाउस, फ्लैट, कामर्शियल लैंड और अन्य जमीनों का ब्योरा आईजी स्टाम्प सीताराम यादव से मांगा था।
इसके बाद उन्होंने यूपी समेत 75 जिलों के आईजी स्टाम्प से आरोपी इंजीनियर और उनके परिजनों की संपत्तियों का ब्योरा तत्काल उपलब्ध कराने का निर्देश जारी कर दिया था। गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कार्यकाल में बने रिवरफ्रंट मामले में ईडी जांच कर रही है। आशंका है कि गोमती रिवर फ्रंट निर्माण से जुड़े इंजीनियरों ने करोड़ों की अवैध चल-अचल संपत्ति अर्जित की है। जिसके बाद अब इन आरोपी इंजीनियरों के खिलाफ मनीलांड्रिग एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर, इनकी एक-एक सम्पत्तियों की जांच शुरू कर दी गई है।(हि.स.)