मुंबई(media saheb) अहमद नगर जिले में स्थित रालेगण सिद्धि गांव में वरिष्ठ समाजसेवक व स्वतंत्रता सेनानी अन्ना हजारे ने आज बुधवार को सुबह 10 बजे से लोकपाल की नियुक्ति तथा कृषि उत्पाद को उचित भाव दिए जाने की मांग को लेकर अनशन शुरू कर दिया है। इससे पहले उन्होंने यादव बाबा मंदिर में दर्शन-पूजन किया| अनशन स्थल पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जमा होने लगी है।
अन्ना हजारे ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को पिछले पांच वर्ष में 35 पत्र भेजे हैं, लेकिन सिर्फ एक पत्र का उत्तर मिला है, जिसमें लिखा है आपका पत्र मिला। इसी प्रकार उन्होंने किसानों के कृषि उत्पाद को उचित कीमत दिए जाने की भी मांग की है, लेकिन उनकी मांग पर विचार नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि झूठ बोलने वाली सरकार के राज में किस तरह जीवित रहा जा सकता है। राज्य में मुख्यमंत्री ने मंगलवार को लोकायुक्त सुधार विधेयक को मंत्रिमंडल में मंजूरी दी है।
मंत्रिमंडल में लोकायुक्त की जांच में पूर्व मुख्यमंत्री को शामिल किया गया है, जबकि मुख्यमंत्री को जांच के दायरे में शामिल नहीं किया गया है। इस पर अन्ना ने कहा कि मंत्रिमंडल में मंजूरी का कोई मतलब नहीं है| इसे विधानसभा में मंजूरी दी जानी चाहिए। इसी प्रकार लोकायुक्त की जांच के घेरे में मुख्यमंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री दोनों रहने चाहिए।
इसलिए जब तक लोकपाल विधेयक लागू नहीं हो जाता और किसानों के कृषि उत्पाद को उचित कीमत नहीं मिल जाती, तब तक उनका अनशन जारी रहेगा। राज्य सरकार की ओर से मंत्री गिरीश महाजन आज बुधवार को रालेगण सिद्धि जाकर अन्ना हजारे से मुलाकात करने वाले हैं। इस बारे में अन्ना हजारे ने कहा कि गिरीश महाजन व्यक्ति नहीं मंत्री हैं, अगर वे आते हैं तो वह उनसे मिलेंगे। अन्ना ने कहा कि उन्होंने महाजन को यहां आने से मना किया है और उनसे कहा कि यह केंद्र सरकार का मामला है| इसकी चाभी प्रधानमंत्री के पास है। महाजन यहां आने की बजाय प्रधानमंत्री से कहकर उनकी मांग को मनवाएं। (हि.स.)