अयोध्या, (mediasaheb.com) अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद (अहिप) के संस्थापक अध्यक्ष प्रवीण भाई तोगड़िया मंगलवार को रामनगरी पहुंचे। उन्होंने कहा कि राम मंदिर बनने के साथ बलिदान करने वाले कारसेवकों को भी सम्मान मिले। जो लोग पूर्वजो को जिंदा रखते हैं वही जाति जिंदा रहती है। सोमनाथ मंदिर में बलिदान देने वाले गौहिल और सरदार पटेल की स्मृतियां हैं। अयोध्या में भी महंत अवैद्यनाथ, महंत रामचंद्र दास परमहंस, अशोक सिंघल और कारसेवकों की स्मृतियां होनी चाहिए। इससे देश में त्याग और बलिदान की भावना को बल मिलेगा।
उन्होंने कहा कि साढ़े चार सौ वर्षों का हिंदुओ का संघर्ष विजय तक पहुंचा। दुनिया के इतिहास में इतना लंम्बा सघर्ष किसी ने यहूदियों के बाद किया है, तो हमने किया है। अभियान राम मंदिर से राम राज्य तक था। राम मंदिर बनने जा रहा है। राम राज्य लाने गरीबी मुक्त भारत के लिए प्रयास जारी रहेगा। सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या की सारी बाधाएं दूर की है।
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ट्रस्ट निर्माण की बाधाओं को भी दूर करेगा । उन्होंने मंदिर का मॉडल कैसा हो पर कहा कि इसका निर्णय सहयोग करने वाले लोगों पर छोड़ दें। सवा-सवा रुपये और पूजित राम शिला का भी राम मंदिर के निर्माण में प्रयोग की व्यवस्था हो। हिंदुओं की राम मंदिर के निर्माण के लिए विजय यात्रा मंजिल तक हमारा धर्म पहुंचाना था। राम जन्मभूमि न्यास के राम मंदिर बनाने की मांग पर तोगड़िया ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत उन्हें भी अपनी बात रखने का हक हैं। प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि राम मंदिर आंदोलन के बाद राज्य अभियान चलेगा। इस आंदोलन के जरिए महंगाई मुक्त भारत, महिलाओं को सुरक्षा, कर्जमुक्त किसान, रोजगार युक्त युवा होगा। तोगड़िया ने ट्रस्ट निर्माण को लेकर कुछ कहने से इंकार किया । (हि.स.)।