मुंबई, (mediasaheb.com) शेयर बाजार में गुरुवार का दिन यस बैंक के लिए निराशाजनक साबित हुआ है। बैंक के शेयर्स 12.85 फीसदी घटकर अपने सबसे निचले स्तर तक पहुंच गए हैं। अगस्त 2018 से लकर अब तक यस बैंक के शेयर्स में 78 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है। इस साल यस बैंक 404.00 अंक के उच्च स्तर से सीधे 83.70 अंक के निचले स्तर तक फिसल चुका है। बुधवार को कारोबार की समाप्ति पर यस बैंक के शेयर्स 98.45 अंक पर क्लोज हुए थे। गुरुवार के कारोबार की समाप्ति पर यह 85.80 अंक पर बंद हुआ है। गुरुवार को यस बैंक ने 138.66 करोड़़ रुपये का टर्नओवर किया है, जबकि मार्केट कैप भी 19,896.08 करोड़ रुपये रह गया है।
बता दें कि यस बैंक के पूर्व सीईओ राणा कपूर के पास यस बैंक का 10 प्रतिशत से अधिक शेयर है। बैंक की दो होल्डिंग कंपनियों यस कैपिटल (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड और मॉर्गन क्रेडिट्स प्राइवेट के जरिये राणा कपूर का शेयर्स है। उन्होंने साल 2004 में यस बैंक की स्थापना की थी। अगले 15 सालों में देश के चार बड़े बैंकों की सूची में यस बैंक को ला खड़ा किया था। हालांकि राणा कपूर के नेतृत्व में बैंक की कुल पूंजी पिछले 10 सालों में 34 प्रतिशत वार्षिक रहा है।
पिछले साल 20 अगस्त 2018 को यस बैंक के शेयर्स के दाम बीएसई के सेंसेक्स पर 404.00 रुपये प्रति शेयर्स तक पहुंच गए थे। यह आंकड़ा 52 सप्ताह का उच्चांक है। लेकिन उसके बाद से राणा कपूर के विवाद से बैंक की स्थिति डांवाडोल होने लगी और बैंक के शेयर 18 जुलाई 2019 को 52 सप्ताह के सबसे निचले स्तर 83.70 रुपये प्रति शेयर तक लुढ़क गए। अब तक राणा कपूर को एक अरब डॉलर यानी 7,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। राणा कपूर का नेट वर्थ 20 अगस्त 2018 के बाद 1.4 अरब डॉलर से घटकर सीधे 37.7 करोड़ डॉलर तक लुढ़क चुका है। बैड लोन के कारण यस बैंक को मौजूदा वित्त वर्ष की अप्रैल-जून की तिमाही में भी घाटा झेलना पड़ा है। (हिं.सं)।