केन्द्रीय नेताओं ने बदले चुनावी समीकरण
रायपुर(mediasaheb.com) भाजपा चुनाव नियंत्रण कक्ष के प्रदेश संयोजक अवधेश कुमार जैन ने कहा है कि विधानसभा चुनावों में पिछडऩे के पश्चात भारतीय जनता पार्टी केन्द्रीय नेताओं ने लोकसभा चुनावों में पार्टी की रणनीति बदली और पूरे प्रदेश में धुआंधार सभाएं एवं बैठकें लेकर छत्तीसगढ़ में एक तरह से भारतीय जनता पार्टी और नरेन्द्र मोदी के पक्ष में पूरा वातावरण बना दिया। भाजपा केन्द्रीय नेताओं के तुफानी दौरों और उनके राजनीतिक लोकप्रियता के कारण प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी विधानसभा चुनावों के परिणाम से उबरकर बड़ी जीत की ओर बढ़ती दिखायी दे रही है।
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के परिणामों के पश्चात भाजपा कार्यकर्ताओं में निराशा का भाव आ गया था। विधानसभा चुनावों के परिणामों से काफी व्यथित थे परंतु भाजपा के केन्द्रीय नेताओं ने छत्तीसगढ़ के कार्यकर्ताओं की स्थिति को न केवल समझा बल्कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जी से लेकर संगठन के नेताओं ने लगातार बैठके ली कार्यकर्ताओं से सीधा सम्पर्क साधा और चुनावी रणनीति के तहत छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की 3 सभा तय कर दी, प्रधानमंत्री की तीनों सभाओं में अपार जन समूह स्वत: उमड़ पड़ा। छत्तीसगढ़ के लोग नरेन्द्र मोदी के उद्बोधन सुनने के लिए टूट पड़े। चारों तरफ मोदी-मोदी के नारों से पूरा छत्तीसगढ़ एक तरह से मोदी मय हो गया।
भाजपा चुनाव नियंत्रण कक्ष के प्रदेश संयोजक अवधेश कुमार जैन ने बताया कि भाजपा के केन्द्रीय नेताओं की 23 सभाएं जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 3 सभाएं, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की 3 सभाएं, केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह की 3 सभाएं, केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी की 3 सभाएं, केन्द्रीय मंत्री उमा भारती की 3 सभाएं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की-3 सभाएं, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की 5 सभाएं प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के साथ कांग्रेस के केन्द्रीय नेताओं की सभा को भी फिसड्डी साबित कर दिया।
उन्होंने बताया कि भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रदेश भर में 48 सभाएं, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम उसेंडी की 30 सभाओं ने प्रदेश में कांग्रेस की कमर तोड़ कर रख दी। डॉ. रमन सिंह ने पूरे प्रदेश में न केवल बड़ी-बड़ी सभाएं की बल्कि वे पार्टी संगठन के पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं की बैठकें लेकर लगातार प्रदेश में चुनाव की बागडोर संभाले रखा और केन्द्रीय नेताओं के सभाओं से बेकफुट पर पहुंच कांग्रेस पार्टी को वापस उठने का मौका नहीं दिया। डॉ. रमन सिंह के 48 सभाओं से कांग्रेस पार्टी के हौसले पस्त हो गये। भाजपा कंट्रोल रूम के अनुसार मिली जानकारी में कुल 143 छोटी बड़ी सभाएं हुई और समूचा छत्तीसगढ़ मोदीमय हो गया।