पार्टी कार्यकर्ताओं के बल पर होगी जीत
सुल्तानपुर, (mediasaheb.com) मेनका गांधी ने शनिवार को कहा कि मैं यहां न्याय का द्वार खोलने आई हूं। अन्याय करने वाला चाहे जितना बड़ा हो, उसके खिलाफ कार्रवाई जरूर होगी। मेनका गांधी ने जब अपने पुरानी यादों को लोगों के सामने रखा तो लोगों की आंखें भर आईं।
नगर के तिकोनियां पार्क में महिला व बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने शनिवार को बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया। सुल्तानपुर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार बनाए जाने के बाद पहली बार मेनका का सुल्तानपुर आने पर स्वागत किया गया। तिकोनिया पार्क में बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन में उनके भावुकता भरे संबोधन से सबकी आंखों से आंसू छलक पड़े। मेनका ने कहा कि उन्होंने हमेशा गरीबों व मजलूमों की लड़ाई लड़ी है। इसी कारण वे पीलीभीत से पिछले सात बार से सांसद चुनी गई थी।
विधवा होने के बाद समाज सेवा का रास्ता चुना
केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि जब उनके पति संजय गांधी की मौत हुई थी, तब वे महज 23 वर्ष की थीं और वरूण गांधी करीब तीन महीने के थे। वे सोच ही नहीं पा रही थी कि क्या करें। तबसे उन्होंने समाज सेवा का रास्ता चुना है। 23 साल की उम्र में विधवा होने के बाद सुल्तानपुर आई थी।
वरूण गांधी को सेवा करने के लिए सुल्तानपुर भेजा
मेनका ने आगे कहा कि सुल्तानपुर चुनाव में भी उनका मुद्दा विकास ही होगा। मेरे पति के मृत्यु के दो दशक बाद भी यहां की जनता ने जिस तरह से मेरा व मेरे बेटे वरूण का सम्मान किया है उसके लिए वह उनकी आभारी हैं। मनुष्य सेवा के लिए सुल्तानपुर को चुना था इसीलिए मैंने वरूण गांधी को सेवा करने के लिए सुल्तानपुर भेजा। वरुण ने अपने वेतन से गरीबों के लिए घर बनवाए थे। ये कार्य मैं खुद नहीं कर पाई। हर संभव गरीब एवं कार्यकर्ताओं की मदद होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं का बखान करते हुए उन्होंने आगे कहा कि मोदी के नेतृत्व में देश महाशक्ति के रास्ते पर है। प्रियंका गांधी व राहुल गांधी से जुड़े सवालों को वे मुस्कुराकर टाल गईं। दीवानी परिसर में आयोजित होली मिलन कार्यक्रम में भी मेनका ने शिरकत की।(हि.स.)।