कोलकाता, 13 जून (mediasaheb.com.)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आंदोलनरत चिकित्सकों को गुरुवार को चेतावनी दी है। महानगर के एसएसकेएम अस्पताल में दोपहर हालात का जायजा लेने पहुंची मुख्यमंत्री को घेर कर चिकित्सकों ने नारेबाजी शुरू कर दी थी। इसके बाद सीएम ने कड़े तेवर अपनाते हुए साफ कहा कि चिकित्सकों का इस तरह से आंदोलन बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। अगर चार घंटे के अंदर उनके आदेश का पालन करते हुए चिकित्सकों ने काम शुरू नहीं किया तो ठोस कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बंगाल सरकार एक छात्र को डॉक्टर बनाने के लिए 25 लाख रुपये खर्च करती है। इस तरह से कार्य स्थगन बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ये कैसे डॉक्टर हैं, जो लोगों का इलाज नहीं कर रहे और आंदोलन किए जा रहे हैं। सरकार इसे कतई नहीं सहेगी।
उल्लेखनीय है कि सोमवार की रात कोलकाता के नीलरतन सरकार (एनआरएस) अस्पताल में जूनियर चिकित्सकों को रोगी के परिजनों द्वारा पीटने के बाद से राज्य भर में चिकित्सक हड़ताल पर हैं। एनआरएस अस्पताल में तो किसी भी तरह से नए रोगियों का इलाज बंद कर दिया गया है जबकि कोलकाता समेत राज्य भर के अन्य सरकारी अस्पतालों ने आउटडोर सेवाएं बंद कर दी गई है। अधिकतर जगहों पर इमरजेंसी सेवा भी बंद है जिसकी वजह से लाखों रोगियों को परेशान होना पड़ रहा है। ममता बनर्जी राज्य की मुख्यमंत्री होने के साथ-साथ स्वास्थ्य मंत्री भी हैं। प्रशासन की विफलता से बार-बार चिकित्सकों पर हो रहे हमले की जिम्मेदारी भी उन्हीं पर है, क्योंकि राज्य की गृह मंत्री भी वहीं हैं। घटना के करीब 60 घंटे बाद उन्होंने इस मामले पर मुंह खोला तो कड़े तेवर के साथ हड़ताली डाक्टरों को सिर्फ चार घंटे में काम पर लौटने का अल्टीमेटम दे दिया।(हि.स.)