मुंबई, 16 जून (mediasaheb.com) । महाराष्ट्र की भाजपा-शिवसेना गठबंधन की सरकार ने अपने कार्यकाल के आखिरी मानसून सत्र से पहले मंत्रिमंडल का विस्तार कर अपनी पार्टी एवं सहयोगी दल के नेताओं की नाराजगी दूर करने का प्रयास किया है तो कांग्रेस और राकांपा के बागी विधायकों को कैबिनेट में जगह देकर विपक्ष को करारा जवाब भी दिया। हालांकि सरकार ने छह मंत्रियों की रिपोर्ट को देखते हुए उन्हें बाहर का रास्ता भी दिखा दिया है। जिन मंत्रियों ने इस्तीफा दिया है, वह सभी भाजपा के कोटे से मंत्री थे। माना जा रहा है कि आगामी विधानसभा के चुनाव को देखते हुए गठबंधन सरकार ने कई नए चेहरों को जगह देकर सामंजस्य बनाने की कोशिश की है।
राजभवन में रविवार को आयोजित नए मंत्रिमंडल विस्तार में आठ विधायकों को कैबिनेट में शामिल किया गया है जबकि पांच विधायकों को राज्य मंत्री बनाया गया है। इनमें कांग्रेस के पूर्व नेता प्रतिपक्ष राधाकृष्ण विखे पाटील (भाजपा), राकांपा के पूर्व नेता जयदत्त क्षीरसागर (शिवसेना), मुंबई अध्यक्ष आशिष शेलार (भाजपा), संजय कुटे (भाजपा), सुरेश खाडे (भाजपा), अनिल बोंडे (भाजपा), तानाजी सावंत (शिवसेना) और अशोक उईके (भाजपा) को कैबिनेट में शामिल किया गया है। इसके अलावा योगेश सागर (भाजपा), अविनाश महातेकर (रिपाइं-आठवले गुट), संजय (बाला) भेगडे (भाजपा), परिणय रमेश फुके (भाजपा) और अतुल सावे (भाजपा) को राज्य मंत्री बनाया गया है।
भाजपा सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे गृह निर्माण मंत्री प्रकाश मेहता को मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखाया है। इसके साथ ही सामाजिक न्याय मंत्री राजकुमार बडोले, आदिवासी विकास मंत्री विष्णु सावरा को भी कैबिनेट से बाहर कर दिया गया है। इस्तीफे देने वालों में तीन राज्यमंत्रियों दिलीप कांबले, प्रवीण पोटे और अंबरीष अत्राम भी शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि ताड़देव स्थित एम.पी. मिल कम्पाउंड प्रकरण में गृह निर्माण मंत्री प्रकाश मेहता के घिरने के बाद सरकार बैकफुट पर आ गई थी। इसके अलावा चिक्की घोटाले में मंत्री पंकजा मुंडे का नाम आ रहा था। शिक्षा मंत्री विनोद पर भी कई तरह के आऱोप लगे थे लेकिन इन पर गाज नहीं गिरी। महाराष्ट्र के लोकायुक्त एम.एल. ताहलियानी ने गृह निर्माण मंत्री प्रकाश मेहता पर सवालिया निशान लगाए थे, जिसके बाद सरकार ने उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया। सामाजिक न्यायमंत्री राजकुमार बडोले, आदिवासी विकासमंत्री विष्णू सावरा, राज्यमंत्री दिलीप कांबले, प्रवीण पोटे और अंबरिष अत्राम ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को सौंपा जिसे स्वीकार कर लिया गया है | (हि.स.)