कूचबिहार की जनसभा में नरेन्द्र मोदी ने कहा, दीदी की बौखलाहट से साफ है
कूचबिहार, (mediasaheb.com) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार सुबह रासलीला मैदान में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला।
राज्य के आईपीएस अधिकारियों के तबादले पर ममता बनर्जी की नाराजगी पर कहा कि राजनीति में जमीन खिसकना क्या होता है, यह दीदी की बौखलाहट देखकर समझा जा सकता है। उन्होंने ममता बनर्जी को स्पीड ब्रेकर करार दिया। कहा, मोदी लहर देखकर ममता बनर्जी की नींद उड़ चुकी है। दीदी चुनाव आयोग पर जिस तरह भड़क रही हैं, उससे भी पता चलता है कि वह कितनी डरी हुई हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, आज इस चौकीदार पर देश के लोगों को इसलिए इतना विश्वास हुआ है, क्योंकि उन्हें लगने लगा है कि नामुमकिन भी अब मुमकिन है। गरीब के पास भी बैंक खाता और रुपै डेबिट कार्ड होगा, यह सब कभी नामुमकिन लगता था, लेकिन अब मुमकिन है। गरीब की रसोई में भी गैस पर खाना बनेगा, ये भी पहले नामुमकिन लगता था, लेकिन अब मुमकिन है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, भारत में फोन पर बात करना लगभग मुफ्त हो जाएगा और इंटरनेट दुनिया में सबसे सस्ता हो जाएगा, ये नामुमकिन लगता था, लेकिन ये भी मुमकिन हुआ।
बांग्लादेश के साथ भू-खंड समझौते पर प्रधानमंत्री ने कहा, बांग्लादेश के साथ जमीन समझौता दशकों से लटका हुआ था। कूचबिहार के लिए यह कितना महत्वपूर्ण था यह सभी जानते हैं। इस समझौते पर अमल होना नामुमकिन लगता था, लेकिन यह भी मुमकिन हुआ।उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया था कि भू-खंड समझौता उनकी कोशिश का नतीजा है।
प्रधानमंत्री ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की थीम ‘मां-माटी-मानुष’ को लेकर भी हमला बोला। कहा, मां-माटी-मानुष का वादा एक तरफ है और तृणमूल की सच्चाई दूसरी तरफ। वोट बैंक की राजनीति के लिए दीदी, मां को भुलाकर भारत के टुकड़े-टुकड़े करने के नारे लगाने वालों के साथ खड़ी हो गई हैं। अपने राजनीतिक फायदे के लिए घुसपैठियों को बचाकर दीदी ने माटी के साथ भी विश्वासघात किया है। पश्चिम बंगाल के लोगों को टीएमसी के गुंडों के हवाले करके उन्होंने मानुष की सारी उम्मीदें तोड़ दी हैं, उसका जीवन मुश्किल में डाल दिया है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के उस बयान का भी जिक्र किया, जिसमें देश में दो प्रधानमंत्री बनाने की बात कही गई है।
प्रधानमंत्री ने कहा, आजादी के समय से ही कोशिश होती रही है कि इस देश में दो प्रधानमंत्री हों, लेकिन इसे रोकने के लिए इसी बंगाल के लाल डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपना जीवन कुर्बान किया। आज उसी धरती से ममता बनर्जी वोट बैंक के लिए इस देश में दो प्रधानमंत्री रखना चाहती हैं। बुआ-भतीजे का गठजोड़ इस महान धरती को गुंडों, घुसपैठियों, जानवरों और इंसानों के तस्करों, टोलाबाजों का गढ़ बनाने पर तुला हुआ है। स्पीड ब्रेकर दीदी ने अगर केंद्र सरकार की योजनाओं को रोका नहीं होता, तो आज बहुत सी सुविधाओं का लाभ बंगाल की जनता को भी मिलता।
ममता को सबक सिखाने का आह्वान
प्रधानमंत्री ने लोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी को सबक सिखाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, दीदी को सबक सिखाने का वक्त आ गया है। पश्चिम बंगाल में जितना ज्यादा कमल खिलेगा, आपकी आवाज उतनी ज्यादा ही मजबूत होगी। दीदी का असली चेहरा दुनिया के सामने लाना जरूरी है। यह धरती इतने सामर्थ्य से भरी हुई है, लेकिन वो (ममता) पश्चिम बंगाल की संस्कृति को, यहां के गौरव को और यहां के नागरिकों के जीवन को तबाह करने पर तुली हुई हैं।
त्रिपुरा की तरह यहां भी बदलाव जरूरी
प्रधानमंत्री ने कहा, त्रिपुरा में भी कम्युनिस्टों ने वैसे ही अराजक शासन चलाया, जैसे पश्चिम बंगाल में चल रहा है। दोनों ही राज्यों में बदलाव की पुकार उठी। पश्चिम बंगाल के लोगों ने दीदी पर भरोसा किया और त्रिपुरा के लोगों ने भाजपा पर।दोनों का फर्क पूरा देश देख रहा है। दीदी ने लेफ्ट की तमाम कमियों को अपने साथ जोड़ लिया। राजनीति और अपराध का खतरनाक मॉडल खड़ा कर दिया। पश्चिम बंगाल में कम्युनिस्टों के शासन के बाद इस तरह सरकार चलाई जाएगी, इसकी उम्मीद किसी को नहीं थी।
बंगाल से घुसपैठियों को भगाने की चेतावनी
प्रधानमंत्री ने इशारे-इशारे में पश्चिम बंगाल से घुसपैठियों को भगाने की चेतावनी दी। उन्होंने नागरिकता विधेयक का जिक्र करते हुए कहा, हमारी कोशिश मां भारती की संतानों को सुरक्षा देने की थी। दीदी अपने महामिलावटी साथियों के साथ मिलकर इस पर भी ब्रेक लगाने के चक्कर में है। बंगाल में विकास का आश्वासन देते हुए मोदी ने कहा कि 2022 तक सबको आवास मिलेगा। उन्होंने कहा, हमारी सरकार यहां विकास चाहती है। लेकिन जब तक गुंडागर्दी रहेगी, तस्करों का आतंक रहेगा और घुसपैठियों का दबदबा रहेगा तब तक यहां ना तो टूरिज्म का विकास होगा, ना ही उद्योग लग पाएंगे और ना ही बेटियां सुरक्षित रह पाएंगी। मगर बंगाल की जनता ने मन बना लिया है। अब बंगाल में ना टोलागिरी चलेगी, ना गुंडागीरी। उल्लेखनीय है कि कूचबिहार लोकसभा सीट पर पहले चरण में 11 अप्रैल को मतदान होना है। यहां से भारतीय जनता पार्टी ने निशीथ प्रमाणिक को उम्मीदवार बनाया है।(हि.स.)।