भाजपा ने कहा सीबीआई जांच हो
रायपुर(mediasaheb.com) राज्य सरकार दंतेवाड़ा विधायक भीमा मंडावी की नक्सल हत्या की न्यायिक जांच करा सकती है। सरकार ने इसके लिए चुनाव आयोग को पत्र लिख अनुमति मांगी है। सरकार सीटिंग जज से हत्याकांड की न्यायिक जांच कराने की तैयारी कर रही है।
उल्लेखनीय है कि 9 अप्रेल को नक्सली हमले में दंतेवाड़ा के भाजपा विधायक भीमा मंडावी की माैत हुई थी। उनके साथ चार अन्य जवान भी शहीद हुए थे। विधायक का काफिला शाम करीब साढ़े 4 बजे श्यामगिरी मार्ग पर क्रिकेट ग्राउंड के पास पहुंचा था कि पहले से घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने उनके बीपी वाहन को बारूदी सुरंग से विस्फोट कर उड़ा दिया।
वर्तमान में चुनाव आचार संहिता प्रभावशील होने के कारण मुख्य सचिव की अध्यक्षता में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई। बैठक में नक्सल घटना को लेकर न्यायिक जांच आयोग के गठन पर चर्चा करते हुए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को प्रस्ताव भेजा गया है, ताकि भारत निर्वाचन आयोग से अनुमति ली जा सके।
आखिर सीबीआई जांच से डर क्यूं रहे बघेल?
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने दंतेवाड़ा जिले के नक्सली हमले में भाजपा विधायक भीमा मंडावी की शहादत के मामले में सीबीआई जांच की मांग फिर से दुहरायी है। श्री कौशिक ने कहा कि भीमा मंडावी की शहादत पर कांग्रेस जिस तरह का आचरण कर रही है, उससे हमारी इस बात को बल मिला है कि भीमा मंडावी के काफिले पर हुआ हमला एक बड़ी साजिश का हिस्सा है। इतने दिन बीत जाने के बाद भी मामले की सीबीआई जांच की घोषणा करने में सरकार जिस तरह का हील-हवाला कर रही है, इस आशंका को भी बल मिल रहा है कि कांग्रेस की प्रदेश सरकार मामले से जुड़े अहम सुराग व साक्ष्यों के साथ छोड़छाड़ करके इस साजिशाना हमले को कमजोर करने की फिराक में है। इस संवेदनशील मामले में प्रदेश सरकार चाहती तो तत्काल पहल करके सीबीआई जांच की घोषणा करने का साहस दिखाती। जाहिर है, यह मामला एक षड्यंत्र है और इसलिए प्रदेश सरकार डरकर इसकी सीबीआई जांच से बचने की शर्मनाक कोशिश कर रही है। आखिर मुख्यमंत्री बघेल सीबीआई जांच से डर क्यों रहे हैं?


