रायपुर(mediasaheb.com) नक्सली हमले में मौत के बाद भाजपा विधायक भीमा मंडावी का बुधवार को अंतिम संस्कार किया गया। इस अवसर पर भाजपा नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि पार्टी ने अपना कर्मठ और समर्पित कार्यकर्ता खो दिया है। यह बस्तर अंचल के साथ-साथ प्रदेश भाजपा की अपूरणीय क्षति है।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि मंडावी की शहादत उनकी व्यक्तिगत और पार्टी की अपूरणीय क्षति है। वे आदिवासी क्षेत्र के सच्चे जननायक थे और सतत जागरूक जनप्रतिनिधि के रूप में उनकी प्रदेश में विशिष्ट पहचान थी। डॉ. सिंह ने कहा कि रक्तपिपासु नक्सली लोकतंत्र विरोधी इरादों में कभी कामयाब नहीं होंगे। मंडावी की शहादत व्यर्थ नहीं जाने देंगे।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने कहा कि मंडावी पर हुआ नक्सली हमला लोकतंत्र पर हमला है और बस्तर की जनता नक्सलियों को करारा जवाब देगी। श्री उसेंडी ने कहा कि मंडावी की शहादत से पार्टी ने एक जागरूक कार्यकर्ता और दंतेवाड़ा क्षेत्र की जनता ने अपना सच्चा सेवक हमेशा के लिए खो दिया है। मंडावी नक्सली चुनौती का डटकर सामना करते हुए क्षेत्र के हितों की रक्षा व विकास का काम किया।
प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने मंडावी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि यह बस्तर और प्रदेश भाजपा के लिए असहनीय वेदना की घड़ी है। मंडावी को आखिरी सांस तक जनता की सेवा में रत कर्मयोगी बताते हुए श्री कौशिक ने कहा कि नक्सलियों की यह कायराना हरकत है और इसका जवाब उसी की भाषा में देकर लोकतंत्र को और मजबूत बनाने में हम समूची शक्ति लगाएं, यही मंडावी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
भाजपा अजजा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविचार नेताम ने कहा कि भाजपा ने बस्तर व प्रदेश के एक संभावनाशील जननेता को हमेशा के लिए खो दिया है। दुर्गम आदिवासी क्षेत्रों में जागृति और विकास के द्वारा नक्सलियों को समूल नष्ट करना ही मंडावी की शहादत को सच्ची श्रद्धांजलि होगा।
भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सौदान सिंह ने कहा कि मंडावी के रूप में हमने अपना जीवट और जनसेवा में समर्पित एक अनमोल कार्यकर्ता खो दिया है। श्री सिंह ने कहा कि कायर नक्सलियों के मंसूबों पर करारा प्रहार करना समय की मांग है।
पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने विधायक भीमा मंडावी की शहादत पर श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि हमने अपना एक सक्रिय, ऊर्जावान और समर्पित जनसेवक मित्र खो दिया है। उनके निधन से बस्तर व प्रदेश की राजनीति में जो शून्य पैदा हुआ है, उसकी भरपाई नहीं हो सकती, लेकिन जिन सपनों को उन्होंने संजोया था, उन्हें पूरा करके हम मंडावी की शहादत को सच्चा सम्मान व श्रद्धांजलि दे सकेंगे।