उपासने का सवाल : मुख्यमंत्री को अपने पिता की टिप्पणी में भगवान राम के प्रति मर्यादा टूटती क्यों नहीं दिखी?
रायपुर(mediasaheb.com) भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की मर्यादा भंग नहीं होने देने की बात कहना निरा राजनीतिक पाखंड है। जो कांग्रेस अपने राजनीतिक स्वार्थों और तुष्टिकरण के लिए भगवान श्रीराम के राम के अस्तित्व तक को नकार चुकी है, उसी कांग्रेस का एक मुख्यमंत्री आज राम की मर्यादा की दुहाई दे, इससे बड़ा प्रलाप शायद ही कोई और हो।
श्री उपासने ने मुख्यमंत्री बघेल को यह भी याद दिलाया कि हाल ही उनके पिता नन्दकुमार बघेल ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम को लेकर सोशल मीडिया पर बेहद अभद्र टिप्पणी की थी जिसके बारे में मुख्यमंत्री अब तक रहस्यमयी चुप्पी साधे बैठे हैं। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री उपासने ने कहा कि महिलाओं के नाम पर फेक आईडी बनाकर चैटिंग करने वाले राजधानी के एक आईटी इंजीनियरिंग छात्र को तो सरकार ने गिरफ्तार करके सराहनीय कार्य किया है, लेकिन इसे भगवान राम के ननिहाल और उनकी मर्यादा से जोड़कर मुख्यमंत्री बघेल ने छत्तीसगढ़ की आस्थावान जनता की भावनाओं से खेलने का अपराध किया है, उसे प्रदेश की प्रबुद्ध जनता अच्छी तरह समझ रही है। विदित रहे, कवि डॉ. कुमार विश्वास के इस मामले में एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने कहा है कि मर्यादा पुरुषोत्तम राम के ननिहाल में किसी को मर्यादा तोड़ने नहीं दी जाएगी।
श्री उपासने ने कहा कि जिन मुख्यमंत्री के पिता नन्दकुमार बघेल ने अभी कुछ दिनों पहले ही सोशल मीडिया में भगवान राम पर अभद्र टिप्पणी की थी, उस पर मुख्यमंत्री बघेल ने मौन साधकर भगवान राम की मर्यादा की कौन-सी रक्षा की? आखिर मुख्यमंत्री के पिता के कथन “ राम से अधिक दुष्ट मोदी हैं” का क्या यह आशय नहीं कि वे राम को दुष्ट बता रहे हैं? श्री उपासने ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से राजनीतिक और वैचारिक स्तर पर चाहे जितने भी मतभेद हों, लेकिन राष्ट्रीय संस्कृति के प्रतीक पुरुष श्रीराम के प्रति इस तरह की टिप्पणी में जो आसुरी भाव प्रतिध्वनित हो रहा है, मुख्यमंत्री के पिता का एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें मुख्यमंत्री के पिता लगातार लॉकडाउन तोड़ने के लिए लोगों को भड़का रहे थे! मुख्यमंत्री बघेल को क्या तब भगवान राम के ननिहाल में श्रीराम के प्रति मर्यादा टूटती हुई नजर नहीं आई?
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री उपासने ने कहा कि मुख्यमंत्री के पिता के ख़िलाफ़ मगरलोड थाने में एक जागरूक नागरिक चेतन साहू ने शिकायत भी दर्ज कराई है। इसलिए कांग्रेस के राजनीतिक चरित्र में व्याप्त पाखण्ड, मिथ्याचार और अमर्यादित आचरण के इतिहास को देखते हुए तो मुख्यमंत्री का यह कथन भी पाखण्ड से ही भरा नजर आ रहा है। श्री उपासने ने कहा कि जहां नित्य महिलाओं के खिलाफ तमाम तरह के अपराध जिस राज्य की पिछले डेढ़ वर्षों में हुए हैं, जहां दगाबाजी और वादाखिलाफ़ी करने के साथ ही गंगाजल की सौगंध तोड़ने वालों ने सत्तावादी अहंकार और राजनीतिक स्वार्थों के धरातल पर अपनी मिथ्याचारिता से कर्ज के दलदल में धँसा दिया हो, वहाँ मुख्यमंत्री को भगवान राम की दुहाई देना शोभा नहीं देता।