रायपुर :(mediasaheb.com) छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 300 किलोमीटर दूर दो अनोखे भाई रहते हैं। रायगढ़ जिले के पखनाकोट में रहने वाले प्रभु और अनुज तिर्की को आसपास के लोग करंटमैन के नाम से जानते हैं। इनका यह नाम इसलिए पड़ा क्योंकि, इन दोनों ही भाइयों पर करंट बेअसर है। कुछ वोल्ट के झटके ही जहाँ एक आम इंसान की जान लेने को काफी है, वहीं इन दोनों भाइयों पर 440 वोल्ट की बिजली का भी असर नहीं होता है।
11,000 वोल्ट के हाई वोल्टेज तार भी बेअसर :
दोनों भाइयों का दावा तो यहां तक है कि, इन्होंने 11,000 वोल्ट के हाई वोल्टेज तारों को भी खुले हाथों से छुआ है। गांव वाले भी उनके इस दावे पर हामी भरते नजर आते हैं। हालांकि फिलहाल दोनों भाई एक हाथ में बिजली का तार और दूसरे हाथ में बल्ब पकड़ उसे जलाने का करतब आम लोगों को दिखाते रहते हैं। इतना ही नहीं घरों के सामने लगे बिजली के खम्भों पर चढ़ दोनों भाई खुले हाथों से ही उन तारों को छू लेते हैं, जिनमें 440 वोल्ट की बिजली दौड़ रही हो।

इतनी बिजली किसी आम इंसान को एक झटके में मार सकती है। दोनों ही भाइयों को अपनी इस खूबी का पता तब चला जब उनकी उम्र 8 से 10 साल की थी। करंट के संपर्क में आने के बाद भी जब दोनों को झटका नहीं लगा तो दोनों ने खेल-खेल में ही अपनी इस खूबी को आसपास के लोगों को बताया। धीरे-धीरे दोनों भाई करंट मैन के नाम से विख्यात हो गए।
लाखों में से किसी एक के पास होती है क्षमता :
अनूप और प्रभु तिर्की की यह खास क्षमता वैज्ञानिक शोध का विषय है। लेकिन जानकार कहते हैं कि दोनों के अंदर रेजिस्टेंट क्षमता दूसरों से काफी ज्यादा है, यही वजह है कि दोनों भाई बड़े से बड़ा झटका भी आसानी से झेल जाते हैं। वहीं कुछ जानकार इसके पीछे तर्क देते हुए कहते हैं कि, दोनों भाइयों के अंदर इलेक्ट्रॉन को रोकने की क्षमता होगी। यह क्षमता लाखों लोगों में से किसी एक के ही अंदर होती है।
हालांकि दोनों भाइयों को अपनी इस खास क्षमता की कीमत भी चुकानी पड़ रही है, दोनों भाई बड़ा से बड़ा बिजली का झटका तो आसानी से झेल जाते हैं लेकिन थोड़ी से धूप भी दोनों को जला देती है। दोनों ही भाइयों की त्वचा धूप के संपर्क में आते ही जलने लगती है, यही वजह है कि दोनों गर्मी के दिनों में सुबह 10 बजे के बाद घर से बाहर ही नही निकलते हैं।

