रायपुर (mediasaheb.com) बहुचर्चित मिक्की मेहता की मौत से संबंधित वर्षों से गुम मर्ग डायरी मिल गई है। दुर्ग के पुलिस अधिकारियों ने इस डायरी को जांच अधिकारी डीजी गिरधारी नायक को सौंप दी गई है। 15 वर्ष पहले मिक्की मेहता की संदिग्ग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी और आरोप बहुचर्चित आईपीएस मुकेश गुप्ता पर लगा था। आईपीएस गुप्ता ने डा. मिक्की से दुर्ग में गंधर्व विवाह किया था और कुछ अरसे बाद मिक्की की मृत्यु हो गई थी। इस वजह से यह मामला वर्षों से चर्चित रहा है। इस संदिग्ध मौत की जांच लंबे समय से चल रही थी और मर्ग डायरी खो जाने की वजह से यह मामला आगे नहीं बढ़ पा रहा था।
इस मामले को लेकर पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर ने कुछ दस्तावेज और साक्ष्यों को लेकर मुख्यमंत्री से जांच बढ़ाने का आग्रह किया था। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इस संबंध में कुछ दस्तावेज भी सौंपे है। डीजी नायक ने बुधवार की देर शाम को कहा कि इस मामले की जांच वे एक माह में पूरी कर लेंगे। सूत्रों ने बताया कि मिक्की मेहता की मर्ग डायरी जिला अदालत से मिली है।
उल्लेखनीय है कि मर्ग डायरी में मिक्की की मौत की पुलिस जांच के सारे तथ्य हैं। इस मर्ग डायरी के न मिल पाने से गुप्ता के खिलाफ जांच आगे नहीं बढ़ पा रही थी।इसमें मौत से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य है। डायरी नहीं मिलने की वजह से डा. मिक्की की मां श्यामा मेहता और भाई माणिक मेहता की आवेदनों के बावजूद मकेश गुप्ता को राहत मिलती रही थी। पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने प्रदेश में सरकार बदलने के बाद इस मामले की शिकायत सीएम भूपेश बघेल से की थी। सीएम ने इसमें जांच के आदेश दिए थे। चूंकि मुकेश गुप्ता डीजी हैं, इसलिए जांच उनसे सीनियर डीजी गिरिधारी नायक को सौंपी गई थी। आदेश में जांच के लिए तीन माह का समय दिया गया है।
इसमें अभी लगभग एक माह बाकी है। कंवर ने अपनी शिकायत के साथ इस मामले के कई तथ्य और पुलिस जांच के दस्तावेज भी सौंपे थे। नायक उसी आधार पर जांच कर रहे थे, लेकिन मर्ग डायरी के अभाव में जांच में तेजी नहीं आ रही थी। उल्लेखनीय है कि डीजी गिरधारी नायक नायक जून में रिटायर हो रहे हैं। उन्होंने कहा है कि इसके पहले ही वे जांच रिपोर्ट सरकार को सौंप देंगे। मुकेश गुप्ता के खिलाफ बहुचर्चित टेप कांड की भी जांच ईओडब्ल्यू में चल रही है। इस मामले में उनका बयान भी लिया जा चुका है। अपने बयान में उन्होंने कहा है कि मुख्य सचिव के अनुमोदन के बाद ही फोन टेप किये गये थे। (हि.स.)।