नई दिल्ली (mediadaheb.com)| सरकार ने आम बजट 2020-21 को पेश करने की तारीख और समय की घोषणा कर दी है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को संसद में बजट पेश करेंगी। आम बजट पेश होने में मात्र 2 दिन बचे हैं। बजट भाषण को लेकर भारत सरकार के वित्त मंत्रालय की तैयारियां आखिरी दौर में है।
आम बजट को पेश करने से पूर्व वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मंत्रालय के अधिकारियों, देश के प्रमुख उद्योग संगठनों और दिग्गज कारोबारियों के साथ कई दौर की बैठकें चली, जिसमें मौजूदा आर्थिक सुस्ती से लेकर कई मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया, जिन्हें बजट में शमिल किया जा सकता है। साथ ही वित्त मंत्रालय ने बजट 2020-21 के लिए सभी हितधारकों से सुझाव और आइडिया मांगे हैं, जिसमें आम लोग भी शामिल है। ऐसे में आइए जानते हैं बजट पेश होने का समय और अन्य जानकारियां।
आमतौर पर केंद्रीय बजट सालाना तौर पर ही पेश किया जाता है। भारत में सामान्य तौर पर बजट केंद्र सरकार के आय और व्यय से संबंधित होता है। केंद्रीय बजट यानी आम बजट साल में एक बार पेश किया जाता है। हालांकि, जिस साल लोकसभा के चुनाव होते हैं, उस वर्ष बजट संसद में दो बार पेश किए जाते हैं। इसमें एक अंतरिम बजट होता है, जो आम चुनाव से पहले पेश किया जाता है और दूसरा आम बजट होता है जो लोकसभा चुनावों के बाद चुनाव जीतकर आई नई सरकार के द्वारा पेश किया जाता है।
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का दूसरा आम बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के लिए भी अहम होगा, क्योंकि पिछले कुछ महीनों में भारत की अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति को लेकर काफी चर्चा हुई है। इस बार आम बजट को लेकर सरकार से लोगों और उद्योग जगत को बहुत उम्मीदें हैं, क्योंकि लोगों का मानना है कि मध्यम वर्ग को इनकम टैक्स में छूट मिलेगी और उद्योग जगत को सरकार राहत देगी। इस बार आम बजट 2020-21 एक फरवरी, 2020 को पेश किया जाएगा।
बजट 2020-21 वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का दूसरा आम बजट होगा, जिसे सीतारमण संसद में एक फरवरी शनिवार को सुबह 11 बजे शुरू पेश करेंगी। वित्त मंत्री आम बजट को कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद संसद की पटल पर रखेंगी।
संसद का बजट सत्र को दो चरणों में आयोजित किया जाएगा। बजट सत्र का पहला चरण 31 जनवरी से 11 फरवरी तक चलेगा, जिसके बाद बजट 2020-21 में वित्त मंत्री के द्वारा किए गए वायदे और प्रस्तावों पर चर्चा करने के लिए अवकाश होगा। इसके बाद संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण 2 मार्च को शुरू होगा, जो 3 अप्रैल को समाप्त होगा। इसकी आधिकारिक जानकारी संसदीय कार्यकमंत्री पह्लाद जोशी ने पहले ही दे दिया है।
आमतौर पर 2016 तक केंद्रीय वित्त मंत्री बजट को फरवरी के आखिरी कामकाजी दिन को पेश किया करते थे। लेकिन, 2016 में नरेंद्र मोदी सरकार ने उस वक्त के वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आम बजट को 1 फरवरी को पेश करने का फैसला लिया। सरकार ने ये फैसला इस वजह से लिया, जिससे विभागों को खर्च के बारे में राशि तय करने और उसके अनुसार ही खर्च करने के लिए ज्यादा समय मिले।
उल्लेखनीय है कि 2019 में मोदी सरकार ने लोकसभा चुनाव 2019 से पूर्व 1 फरवरी को अंतरिम बजट पेश किया था, जिसको उस समय बतौर अंतरिम वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने संसद के पटल पर सरकार का अंतरिम बजट को पेश किया। दोबारा लोकसभा चुनाव जीतने और सत्ता में फिर लौटन के बाद मौजूदा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 5 जुलाई को 2019 का बजट पेश किया। (हि.स.)