नई दिल्ली, (mediasaheb.com) जम्मू-कश्मीर के पुलवामा हमले के बाद भारत ने अलग-अलग तौर पर विरोध करना शुरू किया है। इसी कड़ी में व्यापारी और किसान भी खुलकर सामने आ रहे हैं। किसान और कारोबारियों ने पाकिस्तान को टमाटर भेजना बंद कर दिया है। कैट ने पहले ही पाकिस्तान से समान आयात और निर्यात नहीं करने की बात कही है।
उल्लेखनीय है कि गुजरात के वलसाड जिले के कपराडा तालुका में प्रतिदिन लगभग 18 टन टमाटर पैदा होता है। इसमें से अहमदाबाद और महाराष्ट्र के जरिए 1500 किलो टमाटर पाकिस्तान भेजा जाता था। इसे अब बंद कर दिया गया है। ज्ञातव्य है कि मध्यप्रदेश पहले ही पाकिस्तान को टमाटर भेजना बंद कर दिया था।
पाक को कुल 3600 किलो टमाटर होता है एक्सपोर्ट
गुजरात के वलसाड जिले का कपराडा तालुका के गांवों में ज्यादातर किसान सब्जी व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। विशेष तौर पर लोकर, आम, जंगल, पीपलखेड, मारवड, वाववेडी सहित अन्य गांवों में टमाटर का सबसे ज्यादा उत्पादन होता है।
नासिक के आसपास होता है टमाटर का प्रोडक्शन
कपराडा से लेकर नासिक बोर्ड-2 तक के गांवों में टमाटर का अच्छा-खासा उत्पादन होता है। लगभग 16326 किलो टमाटर के उत्पादन में से 60 फीसदी माल वलसाड तथा आसपास के विस्तारों में बेचा जाता है। वहीं, करीब 3600 किलो टमाटर महाराष्ट्र और अहमदाबाद के जरिए अन्य देशों में भेजा जाता है। एक स्थानीय कारोबारी ने कहा कि पुलवामा आतंकी घटना में 40 से अधिक जवान शहीद होने के बाद किसान और कारोबारियों में आक्रोश के चलते पाकिस्तान जाने वाले टमाटर को हमने रोक दिया है।
मध्यप्रदेश के किसान पहले ही रोक चुके हैं टमाटर
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश के किसानों ने पिछले दिनों कहा था कि चाहे हमारे टमाटर सड़ जाएं या उन्हें फेंकना पड़े, लेकिन हम आतंकियों को पालने वाले देश में इसे नहीं भेजेंगे। किसानों ने कहा था कि पाक में हमारे यहां का टमाटर 200 से 250 रुपए किलो तक भी बिका है। इससे बड़ी बात और क्या होगी, लेकिन अब दुश्मन देश को निर्यात नहीं करेंगे, भले ही घाटा सह लेंगे।(हि स)।