भुवनेश्वर (mediasaheb.com) |ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के पटकुर चुनाव प्रचार के दौरान एक टेलीविजन पत्रकार की केंद्रपाड़ा के पुलिस अधीक्षक(एसपी) द्वारा धक्का-मुक्की व बदसलूकी का मामला आज विधानसभा में उठा। इस मामले में एसपी को निलंबित करने की मांग को लेकर भाजपा विधायकों ने नारेबाजी करने के साथ साथ सदन में धरना दिया। विधानसभा अध्यक्ष के अनुरोध के बाद भी भाजपा विधायको के अपनी मांग पर अड़े रहने के कारण अध्यक्ष ने 11: 49 से सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी । बाद में फिर 15 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित की गई।
प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद शून्यकाल में विपक्ष के नेता प्रदिप्त नायक ने इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के चुनाव प्रचार के दौरान एक टीवी पत्रकार पर केंद्रपाड़ा के एसपी दवारा जिस ढंग से धक्का मुकी की गई व गलत व्यवहार किया गया वह निंदनीय है।उन्होंने आरोप लगाया कि नवीन सरकार में जिलाधिकारी बीजद अध्यक्ष व एसपी बीजद के सचिव के रूप में कार्य कर रहे है। यह घटना इसका एक और उदाहरण है। उन्होंने कहा कि एसपी के खिलाफ सरकार कार्रवाई करे । कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद वाहिनी पति ने भी विपक्ष के नेता के बयान का समर्थन किया। विपक्ष के उपनेता बिष्णु सेठी ने भी शून्यकाल मैं इस मुद्दे को उठाते हुए एसपी को निलम्बित करने के लिए निर्देश देने की मांग की। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वह इस मुद्दे पर विचार कर रहै है।
इसके बाद भाजपा विधायक सदन के बीच में आकर ” पुलिस की दादागिरी नही चलेगी ” नारे लगाकर अध्यक्ष की कुर्सी के नीचे धरने पर बैठ गए। उन्होंने नारेबाजी जारी रखी। विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें अपनी सीट पर जाने का अनुरोध किया लेकिन वे नहीं माने। इस कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को पहले 15 मिनट व बाद में फिर 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया।


