काठमांडू, (mediasaheb.com) । नेपाल की काठमांडू घाटी का सबसे बड़ा उत्सव इंद्र जात्रा का समापन मंगलवार को पवित्र काष्ठ स्तंभ हनुमान धोका गिराकर धूमधाम के साथ हो गया। यह उत्सव दस सितम्बर को शुरू हुआ था जो आठ दिनों तक चला।
परंपरा के अनुरूप इस स्तंभ को बागमती और विष्णुमती के संगम स्थल पर ले जाया है। विदित हो कि यह उत्सव स्वर्ग और वर्षा के राजा भगवान इंद्र के सम्मान में मनाया जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इंद्र जात्रा संस्कृति, इतिहास और काठमांडू घाटी का प्रतिनिधित्व करती है।
इस उत्सव के दौरान कुमारी की लड़की की रथ यात्रा निकाली जाती है। इसके अलवा भगवान गणेश और भैरव की भी रथ यात्रा निकाली जाती है। कुमारी की पूजा के लिए बसंतपुर में बड़ी संख्या में लोग जुटते हैं। (हि.स.)


