नारायणपुर(media saheb) नारायणपुर जिले के नक्सल हिंसा पीड़ित इलाके के निरक्षक माता-पिता के 5वीं कक्षा में आश्रम शालाओं और पोटाकेबिन में अध्ययनरत बच्चों को विशेष आवासीय कोचिंग देकर उनकी पढ़ाई-लिखाई की व्यवस्था कर जवाहर नवोदय विद्यालय में दाखिले हेतु ली जाने वाली प्रवेश परीक्षा में अलग-अलग वर्षों में 42 बच्चों चयनित होने पर नारायणपुर जिले को राष्ट्रीय शैक्षिक प्रशासन एवं योजना संस्थान के अन्तर्गत ‘‘शैक्षिक नवाचार अवार्ड‘‘ से नवाजा गया।
दिल्ली सरकार के शिक्षा मंत्री सत्यपाल सिंह ने अवार्ड एवं प्रशस्ति-पत्र दिया। अवार्ड जिला मिशन समन्वयक आर.पी मिरे ने ग्रहण किया। कार्यक्रम नई दिल्ली स्थित प्रवासी भारतीय ऑडिटोरियम में बीते 4 जनवरी को आयोजित कार्यक्रम में जिला मिशन समन्वयक राजीव गांधी शिक्षा मिशन के आर.पी. मिरे को प्रदान किया।
आर.पी. मिरे ने दिल्ली से लौट कर आज कलेक्टर पी.एस. एल्मा से मुलाकात कर अवार्ड उनके समक्ष प्रस्तुत किया।
कलेक्टर एल्मा ने मिरे को उनके विशेष योगदान और अबूझमाड़ियों और अनपढ़ माता पिता के बच्चों को विशेष कोचिंग के जरिए दी गई शिक्षा और बच्चों के जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश के लिए बधाई और शुभकामना दी।
बतादें कि जिले के नक्सल हिंसा पीड़ित इलाके और अनपढ़ माता पिता के 5वीं कक्षा में अध्ययनरत जिले के आश्रम शाला और पोटाकेबिन के बच्चों को निःशुल्क आवासीय कोचिंग की व्यवस्था कर उनकी जवाहर नवोदय विद्यालय के लिए पढ़ाई कराई गई थी। जिसमें वर्ष 2016-17 में 34 बच्चों को यह सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। जिसमें से 12 बच्चों को विद्यालय के लिये चयन किया गया। जिसमेें से 8 बालक और 4 बालिका शामिल है।
इसी प्रकार वर्ष 2017-2018 में 80 बच्चों को फिर तैयारी कराई गई जिसमें से 30 बच्चों का नारायणपुर जिले के जवाहर नवोदय विद्यालय में चयन हुआ। इनमें 18 बालक और 12 बालिका शामिल है। इस कोचिंग में राजीव गांधी शिक्षा मिशन के समन्वयक आर.पी. मिरे का योगदान और उनकी शिक्षा काम आई।