धुएं में निकला दम, इमारत में फंसे 100 से अधिक लोगों में से 40 को बचाया गया, मृतकों में नाबालिग भी
नई दिल्ली,(mediasaheb.com)साल का आखिरी महीना दिसम्बर गुजरने से पहले दिल्ली (#Delhi )को गहरे जख्म दे गया। उत्तरी जिले के सदर बाजार इलाके में रविवार सुबह रानी झांसी रोड पर अनाज मंडी की एक चार मंजिला इमारत में चल रही फैक्टरी में लगी भीषण आग ने उपहार सिनेमा (#Cenema )अग्निकांड की त्रासदी की याद ताजा कर दी। इस फैक्टरी में लेडीज पर्स, बैग और प्लास्टिक आइटम बनते हैं। इस तीन मंजिला फैक्टरी में लगी आग से 43 लोगों की मौत हो गई और 17 लोग गंभीर रूप से झुलस गए।
इस वाकये से हाहाकार मच गया। सूचना पाकर पहुंचीं पुलिस, दमकल विभाग और बचाव दल की टीमों ने इमारत में फंसे 100 से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश की। इन टीमों ने 40 लोगों को सुरक्षित बाहर निकालकर बचा लिया। 60 लोगों को अचेत अवस्था में निकाल कर नजदीकी अस्पतालों (#Hospital’s ) में पहुंचाया गया। वहां 43 लोगों को मृत घोषित कर दिया गया। 17 लोगों का इलाज चल रहा है। मरने वालों में कई नाबालिग भी शामिल हैं। ज्यादातर लोगों की मौत की वजह धुंए में दम घुटने से हुई है। प्राथमिक तौर पर आग लगने की वजह शार्ट सर्किट को बताया जा रहा है। दिल्ली पुलिस ने फैक्टरी मालिकों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर जांच क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर की है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, (#CM Arvind Kejariwal ) कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित देश भर के कई मुख्यमंत्रियों व बड़े राजनेताओं ने इस दर्दनाक हादसे पर दुख जताया है।
मजिस्ट्रेट जांच के आदेशः
मौके पर पहुंचे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। इसके अलावा मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और घायलों को एक-एक लाख रुपये मुआवजा देने के साथ ही उनका मुफ्त इलाज करवाने का ऐलान किया। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, अनुराग ठाकुर, भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी और सांसद मीनाक्षी लेखी समेत अन्य नेताओं ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य का जायजा लिया। हरदीप सिंह पुरी ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 25-25 हजार रुपये देने की घोषणा की। देर शाम तक घटनास्थल पर नेताओं का आना-जाना लगा रहा।
एक ही रास्ता, वो भी बंदः
पुलिस के अनुसार हादसा अनाज मंडी में हुआ। यहां करीब 600 गज के प्लॉट संख्या-8273 को तीन हिस्सों में बांटकर तीन भाई शान-ए-इलाही, रिहान और इमरान अपनी-अपनी फैक्टरी चला रहे हैं। तीनों फैक्टरी चार मंजिला हैं। तीनों की फैक्टरी में लेडीज बैग की सिलाई, बैग, खिलाने बनाने, पिचकारी बनाने और इनकी पैकिंग का काम होता है। तड़के करीब 5ः00 बजे अचानक रिहान वाले 200 गज के हिस्से में आग लग गई। दूसरी मंजिल पर लगी आग ने देखते – देखते विकराल रूप धारण कर लिया। फैक्टरी में ऊपर जाने का एक ही रास्ता है। वह बाहर से बंद था। इसके अलावा ऊपर जीने का रास्ता भी बंद था। आग लगते ही अफरातफरी मच गई। फैक्टरी के अंदर करीब 100 लोग फंस गए। चीख-पुकार मचने पर पड़ोसी पहुंचे। तब तक कुछ लोग बाहर निकलने में कामयाब हो गए। कुछ पड़ोसियों ने इमारतों को खाली कर दिया। करीब 60 लोग अंदर ही फंस गए। इनमें नाबालिग भी शामिल हैं। तड़के 5ः22 बजे पुलिस व दमकल विभाग को आग लगने की सूचना दी गई।
दमकल की 34 गाड़ियां पहुंचींः
शुरुआत में रानी झांसी रोड स्थित दमकल केंद्र से गाड़ियां भेजी गई। बाद में हालात देखकर आसपास के केंद्रों से करीब 34 गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। पुलिस, दमकल विभाग, सिविल डिफेंस व अन्य लोगों ने मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। दमकल विभाग के अनुसार, मेन रोड से अंदर जाने का रास्ता काफी संकरा था। इसकी वजह से बचाव कार्य में अत्यधिक दिक्कत हुई। धुआं अधिक होने के कारण इमारत में प्रवेश करने में दिक्कत आई। छत के दरवाजे और मेन गेट को बाहर से तोड़कर अंदर घुसा जा सका। इसके बाद धीरे-धीरे हताहतों को बाहर निकाला गया।
इन अस्पतालों में पहुंचाया गयाः
उत्तरी जिले की डीसीपी मोनिका भारद्वाज के अनुसार घायलों को लेडी हार्डिंग, एलएनजेपी, आरएमएल और बाड़ा हिन्दूराव अस्पताल पहुंचाया गया, जहां 43 को मृत घोषित कर दिया गया। 17 लोगों का उपचार हो रहा है। सूचना मिलते ही क्राइम ब्रांच की टीम के अलावा एफएसएल, एनडीआरएफ व अन्य टीमें मौके पर पहुंचीं। दोपहर तक कूलिंग की गई।
क्राइम ब्रांच करेगी जांचः
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा के अनुसार सुबह 5ः22 बजे आग लगने की सूचना मिली। पुलिस के अलावा दमकल की 34 गाड़ियां मौके पर पहुंची। बिल्डिंग से कुल 60 लोगों को रेस्क्यू किया गया, जिसमें 43 लोगों को मृत घोषित कर दिया गया, बाकियों का इलाज जारी है। ज्यादातर लोगों की मौत धुएं में दम घुटने से हुई है। फैक्टरी मालिकों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। दिल्ली पुलिस आयुक्त ने मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी है। एफएसएल (#FSL )की टीम ने भी जांच की है। (हि.स.)।