मुंबई, (mediasaheb.com) भारतीय जनता पार्टी ने सनी देओल को चुनावी राजनीति में उतारा, तो उनकी सुपर हिट रही अनिल शर्मा की फिल्म गदर की यादें ताजा हो गईं और सोशल मीडिया पर इस फिल्म से जुड़े सनी देओल के मींस आने लगे। गदर एक प्रेमकथा में सनी देओल ने एक ऐसे सिख युवक का रोल निभाया था, जो अपनी मुस्लिम पत्नी सकीना की तलाश में बगैर पासपोर्ट और वीजा के पाकिस्तान पंहुच जाता है और पत्नी तथा बेटे को सुरक्षित वापस लाने के लिए पाक की फौज तक का मुकाबला करती है। सनी देओल की इस फिल्म की चर्चा हुई, तो साथ में गदर की सकीना, यानी अमीषा पटेल की यादें भी ताजा हो गईं। संयोग की बात ये है कि सनी देओल की पिछली रिलीज फिल्म भैया जी सुपर हिट में भी अमीषा पटेल ने काम किया था, लेकिन न तो सुपर हिट साबित हुई और न ही इस सुपर फ्लाप फिल्म से अमीषा पटेल को कोई फायदा मिला, जो काफी लंबे समय से बालीवुड की गासिप खबरों से गायब हैं।
सनी के चुनावी राजनीति में आने से अमीषा पटेल भी चर्चा में लौट आईं। अमीषा पटेल का परिवार कांग्रेसी रहा है। उनके दादा रजनी पटेल गुजरात कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाते थे और उनको इंदिरा गांधी के करीबी नेताओं में माना जाता था। पिछले चुनावों में अमीषा पटेल ने कुछ कांग्रेसी उम्मीदवारों का प्रचार किया था, लेकिन ये प्रचार इसलिए नहीं किया था कि उनको कांग्रेस की विचारधारा से कोई लेना देना है। अमीषा पटेल ने मोटी फीस लेकर ये प्रचार किया था। इस बार भी वे कांग्रेस और कुछ निर्दलीय उम्मीदवारों का प्रचार कर रही हैं, लेकिन सनी देओल के मैदान में आने से अमीषा पटेल की डिमांड बढ़ गई हैं और कांग्रेस खेमें में इस बात को लेकर चर्चा हो रही है कि अमीषा से गुरदासपुर सीट पर कांग्रेस के पक्ष में प्रचार कराया जाए, तो गदर की तारा सिंह (सनी देओल) के खिलाफ सकीना (अमीषा पटेल) को लेकर मीडिया में सुर्खी बन सकता है। अमीषा पटेल को कोई प्राब्लम नहीं होगी, अगर उनको डिमांड के मुताबिक, फीस मिल जाए, वे गुरदासपुर जाकर तारा सिंह के खिलाफ गरज सकती हैं। अगर ऐसा होता है, तो तय मानिए कि गुरदासपुर की जनता को एंज्वाय करने के लिए अच्छा मसाला मिलेगा।(हि.स.)।