गरियाबंद (mediasaheb.com)। छत्तीसगढ़ के घने जंगलों वाले पायलीखंड की हीरा खदानों से सरकारी एजेंसियां 20 सालों में भले ही एक टुकड़ा भी नहीं निकाल पाई हैं, लेकिन अवैध खुदाई करने वाले यहां बेरोक-टोक खुदाई कर रहे हैं। बीते डेढ़ सालों में यहां से डेढ़ करोड़ रुपए के हीरे या कीमती पत्थरों की तस्करी के मामले सामने आए हैं। पड़ोसी प्रदेशों के तस्करों के लिए रत्नभूमि इलाका स्वर्ग बनता जा रहा है। जहां स्थानीय लोगों की मदद से तस्कर अपने नापाक मंसूबों को अंजाम दे रहे हैं।
रिकॉर्ड की मानें तो पिछले डेढ़ साल में अलग-अलग प्रकरणों में गरियाबंद पुलिस ने 1100 से अधिक नग हीरा तस्करों से जब्त किया है। इनकी बाजार कीमत डेढ़ करोड़ आकी जा रही है।
जिले के पायलीखंड की हीरा खदान से हर साल करोड़ों-अरबों के बेशकीमती पत्थर की बेखौफ होकर तस्करी की जा रही है। खदान तक ओडिशा, आंध्रप्रदेश और छत्तीसगढ़ के हीरा तस्करों को नेटवर्क फैला हुआ है। यही नहीं, दूसरे राज्यों के हीरा और जवाहरात की खरीद-फरोख्त करने वाले गिरोह भी सक्रिय रहते हैं। हीरा तस्कर पायलीखंड के किसानों की मदद से हीरा इकट्ठा करते हैं और उसे लाखों रुपए कीमत पर बेचते हैं। हर साल करोड़ों रुपए की हीरा तस्करी करते पुलिस पकड़ती है, लेकिन वहां सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम नहीं हो सका। खदान से कोसों दूर पुलिस और केंद्रीय अर्ध सैनिक बल तैनात है। यही वजह है, हीरा तस्कर खदान के सटे गांव के ग्रामीणों को पैसे का लालच देकर हीरा चोरी करवाते हैं और उसे गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और दिल्ली जैसे मार्केट में बेचकर करोड़ों रुपए की कमाई करते हैं। हालात यही रहे, तो हीरा चोरी का पायलीखंड हब बन जाएगा।
सुरक्षा के नाम पर चौकीदार भी नहीं
जानकारी के मुताबिक गरियाबंद जिला में मैनपुर विकासखंड का पायलीखंड हीरा खदान विश्व विख्यात है। यहां करीब 40 एकड़ जमीन पर हीरा का अनमोल रत्न का भंडार है। इन अरबों-खरबों की संपत्ति के लिए एक चौकीदार भी नहीं है। रात तो छोड़ दीजिए, दिन में हीरा खदान में खुलेआम चोरी होती है।
9 किमी दूर पर पहरेहार
जानकारी के मुताबिक पायलीखंड खदान की निगरानी करने करीब 9 किमी की दूरी पर जुगाड़ थाना है। यहां सीआरपीएफ का कैंप है। खदान के पास पायलीखंड गांव है, जहां के किसान खदान के पास खेती करते हैं। यह एरिया जंगल से सटा होने से दूसरे गांव के लोग भी आसानी से पहुंच जाते हैं, जो अवैध तरीके से खुदाई कर हीरा निकालते हैं।
नक्सलियों का दबदबा
पायलीखंड गरियाबंद मुख्यालय से कई किमी की दूरी पर है। मैनपुर और देवभोग विकासखंड के बीच घने जंगल और पहाड़ियों से घिरा हुआ है और ओडिशा सीमा से लगा हुआ है। इस क्षेत्र में हमेशा नक्सलियों का आवागमन बना रहता है। इसमें ओडिशा और मैनपुर नुआपाड़ा सोनाबेड़ा के नक्सली सक्रिय हैं, इसलिए पुलिस और केंद्रीय अर्ध सैनिक बल का अधिक दखल नहीं रहता।
तस्करों का लग जाता है जमावड़ा
जानकारों के मुताबिक पायलीखंड और बेहराडीह के आसपास रोज तस्करों का जमावड़ा लगता है। यहां ग्रामीण खदान व उसके आसपास मिट्टी की खुदाई करते हैं। उसे बोरियों में भरकर ले जाकर धोते हैं। पत्थर और कंकड़ निकालकर कीमती पत्थरों की तलाश करते हैं। जिसे हीरा मिलता है, वह तस्करों को बेच देता है। इससे किसानों की मोटी कमाई भी हो जाती है।
फिंगेश्वर में सबसे बड़ी कार्रवाई
हीरा तस्करी की सबसे बड़ी कार्रवाई फिंगेश्वर पुलिस ने की है।
लॉकडाउन के बीच 5 मई को पुलिस ने दो तस्करों को 440 नग हीरे के साथ गिरफ्तार किया था। तस्कर दोपहिया वाहन से छुरा फिंगेश्वर होते हुए रायपुर के लिए निकले थे, इस बीच पुलिस ने फिंगेश्वर के ग्राम बोरिद के पास घेराबंदी कर दोनों को धरदबोचा।
गरियाबंद जिले में पहली बार 440 नग हीरे जिनकी कीमत लगभग 50 लाख रुपए आंकी गई है। जो की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। हाल ही में इसके पूर्व में भी पुलिस 7 प्रकरणों में 672 नग हीरा जब्त कर आरोपियों को जेल दाखिल करा चुकी है।
पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में अपना नाम सुभाष मंडल पिता गौरंग मंडल (43) वार्ड -55 टिकरापारा भगत सिंह चौक मिश्र सदन रायपुर और उज्ज्वल चंद्राकर पिता पवन चंद्राकर (30) साकिन वार्ड-8 एकता चौक दलदल सिवनी मोवा रायपुर निवासी बताया है।
हीरा तस्करी के मामले
0 5 मई 2021- फिंगेश्वर थाना क्षेत्र में दो तस्कर440 नग हीरा के साथ गिरफ्तार, कीमत 50 लाख रुपए ।
0 31 मार्च 2021 – छुरा थाना क्षेत्र में दो तस्कर12 नग हीरा के साथ गिरफ्तार, कीमत 2 लाख 50 हजार रुपए।
0 3 फरवरी 2021 – छुरा थाना क्षेत्र में दो तस्कर221 नग हीरा के साथ गिरफ्तार, कीमत 22 लाख रुपए ।
0 7 सितंबर 2020 – देवभोग थाना क्षेत्र में एक अंतरराज्यीय तस्कर 171 नग हीरा के साथ गिरफ्तार, कीमत 25 लाख रुपए।
0 2 जून 2020 – नगरी थाना क्षेत्र में एक तस्कर 41 नग हीरा के साथ गिरफ्तार, कीमत 5 लाख रुपए।
0 20 अप्रैल 2020 – मैनपुर थाना क्षेत्र में एक तरस्कर 24 नग हीरा के साथ गिरफ्तार, कीमत 3 लाख रुपए।
015 सितंबर 2020 – मैनपुर थाना क्षेत्र में एक पूर्व पंच 32 नग हीरा के साथ गिरफ्तार, कीमत 4 लाख 50 हजार ।
वर्सन
हीरा तस्करी को लेकर गरियाबंद पुलिस सजग हैं। इसी का परिणाम है कि वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में हम लोगों ने 1100 से अधिक नग हीरे पकड़े हैं। तस्करों के खिलाफ आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी। सुखनंदन, राठौर, एडिशनल एसपी गरियाबंद |(पुरेंद्र साहू) (the states. news)