नई दिल्ली, (mediasaheb.com) स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की अगुवाई वाले बैंकों की समाधान योजना से फिलहाल जेट एयरवेज का संकट टल गया है। नरेश गोयल के जेट एयरवेज के चेयरमैन पद से इस्तीफा देने के बाद अब दो हफ्ते में स्थिति सामान्य होने की उम्मीद है।बैंक जेट को 1500 करोड़ रुपये दे रहे हैं। इस रकम से अगले 5 हफ्तों तक एयरलाइन चल सकती है। एसबीआई के चेयरमैन ने कहा है कि कर्ज संकट से जूझ रही जेट एयरवेज को 31 मई तक निवेशक या खरीददार मिलने की उम्मीद है। घरेलू उड़ानों का 9 अप्रैल से हो सकेगा संचालन बैंकों की समाधान योजना से लंदन, दुबई समेत कई इंटरनेशनल स्तर की फ्लाइट्स के दाम फिर से घट जाएंगे। 9 अप्रैल से उम्मीद जताई जा रही है कि देश के विभिन्न हिस्सों में जेट की फ्लाइट्स का संचालन शुरू होने से डोमेस्टिक पैसेंजर्स को राहत मिलेगी।
एसबीआई को 31 मई तक खरीददार मिलने की उम्मीद इस बीच स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा कि कर्ज संकट से जूझ रही जेट एयरवेज को 31 मई तक निवेशक या खरीददार मिलने की उम्मीद है। ऐसे में कंपनी के प्रमोटर नरेश गोयल के पास कंपनी में अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाने का मौका होगा। नरेश गोयल को मजबूरन कंपनी में अपनी हिस्सेदारी घटानी पड़ी है। जेट के 11.4 करोड़ नए शेयर जारी किए जाएंगे जेट एयरवेज के पूर्व चेयरमैन नरेश गोयल ने बताया कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया कर्जदाता बैंकों का नेतृत्व कर रहा है।
अगले महीने एयरलाइन को खरीदने की इच्छा रखने वालों से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (रुचि पत्र) मंगवाए जाएंगे। इसके बाद मई के अंत तक खरीददार के बारे में फैसला होने की उम्मीद है। बता दें कि एसबीआई की अगुवाई में बैंकों का समूह जेट एयरवेज कंपनी में 51 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करने के लिए 1,500 करोड़ रुपये की पूंजी तत्काल डालने पर सहमत हुआ है। इसके लिए 11.4 करोड़ नए शेयर जारी किए जाएंगे।(हि.स.)।