जगदलपुर, (mediasaheb.com) नक्सल प्रभावित बस्तर के क्षेत्रों को छोड़कर बस्तर जिले जैसे शांत माहौल वाले क्षेत्र में भी कम दर्ज संख्या वाले स्कूल संचालित हो रहे हैं और इन स्कूलों में पढ़ाई कम, पदस्थ शिक्षक वेतन के रूप में पेंशन ले रहे हैं। जिले में 20 ऐसे स्कूल चिन्हित किए गए हैं, जिनमें विद्यार्थियों की दर्ज संख्या एक या फिर दो है। जानकारी केे अनुसार बस्तर जिले में कम दर्ज संख्या वाले स्कूल लोहंडीगुड़ा व दरभा जैसे दूरस्थ विकासखंडों में चलने की जानकारी प्राप्त हुई है और ऐसे स्कूल भी स्थित हैं, जो जगदलपुर के आसपास हैं। इस संबंध में स्कूलों से संबंधित जानकारी के लिए जिलाधीश डॉ. अय्याज तंबोली ने स्कूलों की दर्ज संख्या की जानकारी प्राप्त की।
इसके लिए उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी व राजीव गांधी शिक्षा मिशन के अधिकारियोंं को निर्देश देकर जानकारी प्रस्तुत करने व न्यूनतम दर्ज संख्या वाले स्कूलों से संबंधित आंकड़े देने का निर्देश दिया था। यह जानकारी अब जिलाधीश को सौंप दी गई है। उल्लेखनीय है कि जिले में करीब 1578 प्रायमरी, 670 मिडिल और करीब 200 हाईस्कूल और हायरसेकेंडरी स्कूल संचालित हो रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार दरभा विकासखंड में संचालित प्राथमिक शाला चांदामेटा और कांदानार में एक भी विद्यार्थी दर्ज नहीं हैं, लेकिन स्कूल संचालित हैं। इसी तरह बकावंड विकासखंड में प्राथमिक शाला मांझीपारा में एक, लोहंडीगुड़ा विख के कचेनार, सुलेंगा में एक-एक छात्र दर्ज हैं। एक-एक, दो-दो बच्चों के लिए चल रहे स्कूलों की संख्या जिले में बीस के आसपास हैं। (हि स)।