कोलकाता, (media saheb) हिन्दुत्व के मुद्दे पर मुखर वक्ता केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एक बार फिर अयोध्या में राम मंदिर जल्द से जल्द बनाने की मांग दोहराई है। उन्होंने कहा कि अगर राम मंदिर शीघ्र नहीं बना तो हिन्दुओं का धैर्य टूट जाएगा। यह हिन्दुओं के धैर्य की परीक्षा है, इसे और अधिक नहीं लिया जाना चाहिए।
गिरिराज सिंह ने इसके पहले दिसंबर 2018 में भी इसी तरह का बयान दिया था, जिसे लेकर देशभर में हंगामा हुआ था। अब गुरुवार को भाजपा के लोकतंत्र बचाओ कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कोलकाता पहुंचे गिरिराज ने एक बार फिर कहा है कि अल्पसंख्यकों को खुश करने के लिए जो लोग राम मंदिर का विरोध कर रहे हैं, उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। केन्द्रीय मंत्री ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए और दावा किया कि अगर नेहरू की जगह सरदार वल्लभ भाई पटेल देश के पहले प्रधानमंत्री होते तो राम मंदिर का मुद्दा बहुत पहले सुलझ गया होता।
पटेल ने अपने दम पर मुस्लिमों द्वारा तोड़े गए सोमनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया था। राम मंदिर का भी करवा दिया होता, लेकिन कांग्रेस ने ऐसा होने नहीं दिया। उन्होंने कहा कि जवाहर लाल नेहरू ने वोट बैंक की राजनीति को जिंदा रखने के लिए राम मंदिर को कभी बनने नहीं दिया। इसे मुद्दा बनाकर रखा और आज भी कांग्रेस यही कर रही है। राम मंदिर निर्माण में हर तरह की अड़चन पैदा करने में कांग्रेस की भूमिका सबसे बड़ी है। गिरिराज सिंह ने कहा कि जो लोग भी असहिष्णुता के बहाने अल्पसंख्यकों को उकसाने की कोशिश कर रहे हैं, वे देश को गंदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सहिष्णुता का फायदा उठाया जाए, ऐसा नहीं चलेगा। ऐसा केवल भारत में हो सकता है कि हिन्दू बहुल देश होने के बावजूद आराध्य भगवान राम की पूजा के लिए मंदिर तक नहीं बनने दिया जा रहा है।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि भारत में ऐसा लोकतंत्र है जहां कोई भी विरोध कर सकता है। जो छद्म धर्मनिरपेक्ष हैं और भारत के खिलाफ नारे लगा रहे हैं, वे इसका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने हिन्दू-मुस्लिम का जिक्र करते हुए कहा कि भारत में बहुसंख्यक हिन्दुओं के बीच भी अन्य धर्मों के लोग शांतिपूर्वक तरीके से रहते हैं और अपने-अपने मजहब का पालन करते हैं, लेकिन जहां भी मुस्लिम बहुसंख्यक हैं वहां दूसरे समुदाय के लोग नहीं रह सकते। वहां सामाजिक संतुलन बिगड़ जाता है और लोगों के सारे अधिकार छीन लिए जाते हैं। सोचना चाहिए कि हिन्दुत्व में कितनी अच्छाई है कि हर समुदाय के लोगों को लेकर शांतिपूर्वक तरीके से चला जा सकता है। महाविपक्षी एकता के बारे में उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी के डर से सारे भ्रष्टाचारी एक हो गए हैं। लोग सबकुछ समझते हैं और इन्हें किसी भी तरह का कोई मौका देने वाले नहीं हैं। उन्होंने दावा किया कि 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद भी भाजपा पूर्ण बहुमत से केंद्र में सरकार बनाएगी और नरेन्द्र मोदी ही देश के प्रधानमंत्री होंगे। (हि.स.)।