रायपुर, (media saheb) मुख्यमंत्री बघेल ने बताया फिजूलखर्ची रायपुर, 11 फरवरी (हि.स.)। छत्तीसगढ़ पुलिस ने किराये के हेलीकॉप्टर पर पिछले तीन सालों में 48 करोड़ रुपये फूंक डाला। छत्तीसगढ़ के विधानसभा बजट सत्र में सोमवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस के दुर्ग से विधायक अरुण वोरा द्वारा पूछे गये प्रश्न के जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने स्वीकार किया कि इस मामले में फिजूलखर्ची हुई है, इतने पैसे में नए हेलीकॉप्टर खरीदे जा सकते थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नया हेलीकॉप्टर खरीदने पर विचार करेगी। विधानसभा के बजट सत्र में सोमवार को कांग्रेस के अरुण वोरा ने मुख्यमंत्री से पूछा था कि 2016 से 18 तक किन-किन कम्पनियों के हेलीकॉप्टर किराये पर लिए गए और उन्हें कितना भुगतान किए गए। प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने बताया कि ढिल्लन एवियेशन, पवनहंस, हेलिगे चार्टर लिमिटेड, इंडिया फलाई सेफ्टी एविएशन और थंबी एविएशन को हेलीकॉप्टर के लिए टेंडर दिया गया था। लेकिन, ढिल्लन को छोड़कर बाकी कम्पनियों की शर्ते पूरी न करने की वजह से टेंडर निरस्त कर दिया गया था।
पवनहंस जैसी कम्पनियों को छोड़ ढिल्लन एवियेशन प्रा. लि. का जिस तरह से चुनाव किया गया, यह भी सवालों के दायरे में आ सकता है। विधानसभा में दी गई जानकारी के मुताबिक, राज्य शासन के उपयोग के लिए एक डबल इंजन वाला हेलीकॉप्टर ढिल्लन एविएशन प्रा. लि. नई दिल्ली से किराये पर लिया गया था, जिसे तीन सालों में 29,54,70716 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। सत्र में मुख्यमंत्री ने बताया कि ढिल्लन एवियेशन को 29 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। पिछले तीन वर्षों में जारी भुगतान के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया गया है कि अगस्त 2016 में 22,62,913 लाख, सितम्बर 2016 में 1,44,64,893 करोड़, अक्टूबर 2016 में 1,12,48,006 करोड़, नवम्बर 2016 में 1,60,84,426 करोड़, दिसम्बर 2016 में 1,86,57,935 करोड़, जनवरी 2017 में 1,81,47,671 करोड़, फरवरी 2017 में 1,45,98,005 करोड़, मार्च 2017 में 59,01,321 हजार, अप्रैल 2017 में 1,14,25,489 करोड़, मई 2017 में 1,57,96,016 करोड़, जून 2017 में 1,10,16,501 करोड़, जुलाई 2017 में 31,41, 455 हजार, अगस्त 2017 में 20,48,775 हजार, सितम्बर 2017 में 54,86,165 लाख, अक्टूबर 2017 में 99,92,426 लाख, नवम्बर 2017 में 47,13,560 लाख, दिसम्बर 2017 में 1,73,23,530 करोड़, जनवरी 2018 में 1,17,23,530 करोड़, फरवरी 2018 में 1,44,67,436 करोड़, मार्च में 2018 2,94,59,959 करोड़, अप्रैल 2018 में 1,70,30,230 करोड़, मई 2018 में 1,5707,275 करोड़, जून 2018 में 82,01,000 लाख, जुलाई 2018 में 27,77,228 लाख, अगस्त 2018 में 39,60,965 लाख, सितम्बर 2018 में 84,68,270 लाख, अक्टूबर 2018 में 13,65,850 लाख रुपये खर्च हुए, जिसका कुल योग 29,54,70,716 रुपये है।
इस जवाब के बाद कांग्रेस के मोहन मरकाम ने कहा कि इतने पैसे में नए हेलीकॉप्टर खरीदे जा सकते थे। इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पुलिस विभाग ने किराये के हेलीकॉप्टर पर 48 करोड़ रुपये खर्च कर डाले हैं। उन्होंने माना कि यह फिजूलखर्ची है। इस पर हमारी सरकार विचार करेगी। उन्होंने सदन में इस बात की भी जानकारी दी है कि राज्य सरकार खुद का हेलीकॉप्टर खरीदने पर विचार करेगी। (हि.स.)।