रायपुर(mediasaheb.com) राज्य में महिलाओं, बच्चों एवं कमजोर वर्गों के विरूद्ध घटित हो रहे अपराध के अनुसंधान की गुणवत्ता में सुधार लाते हुए अपराधी की शीघ्रता से दोषसिद्धि सुनिश्चित करने के उददेश्य से माह जनवरी, 2019 से चिन्हित अपराध योजना प्रारंभ की गई है। पीड़ित को त्वरित न्याय दिलाने की दिशा में चिन्हित अपराध योजना एक सशक्त माध्यम है, जिसमें थाना, जिला, रेंज एवं पुलिस मुख्यालय स्तर पर संयुक्त एवं सक्रिय भूमिका छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा निभाई जा रही है।
अपराध अनुसंधान के अलावा इस योजना का केन्द्र पीड़ित/पीड़िता के प्रति संवेदना रखते हुए उसे शीघ्र-अतिशीघ्र न्याय दिलाना है। इसके तहत जिले में प्राथमिकता के तौर पर महिलाओं, बच्चों एवं कमजोर वर्गों के विरूद्ध घटित अतिसंवेदनशील एवं गंभीर प्रकृति के लैंगिक अपराधों को चयनित कर प्रथम सूचना पत्र ;थ्प्त्द्ध दर्ज होने से लेकर न्यायालयीन निर्णय तक न्यूनतम समयावधि में संबंधित पुलिस अधीक्षक की मॉनिटरिंग में विवेचना कार्यवाही पूर्ण की जा रही है।
पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी द्वारा इस योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए सभी पुलिस अधीक्षकों को सख्त निर्देश दिए गए हैं और इनके द्वारा प्रत्येक माह योजना के क्रियान्वयन की सतत रूप से जिला स्तरीय समीक्षा की जा रही है। चिन्हित अपराधों में से महिला विरूद्ध घटित अपराधों की मॉनिटरिंग प्रतिदिन पुलिस मुख्यालय स्तर पर भी महिला विरूद्ध अपराध सेल तथा अजाक शाखा द्वारा की जा रही है। अब तक पूरे राज्य के 16 ऐसे अपराध, जो गंभीरतम लैंगिक अपराध की श्रेणी में आते हैं, इसकी मॉनिटरिंग पुलिस मुख्यालय स्तर पर करते हुए निर्धारित समयावधि में अभियोग पत्र संबंधित न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है। साथ ही न्यायालय में ऐसे विचाराधीन प्रकरणों में भी जिला स्तर पर अभियोजन अधिकारी से बेहतर तालमेल बनाते हुए पीड़ित/पीड़िता को त्वरित न्याय दिलाने की कवायद की जा रही है।