रायपुर / बिलासपुर, (mediasaheb.com) छत्तीसगढ़ अभिकर्ता एवं उपभोक्ता संघ के साथ चिटफंड कंपनी के प्रभावित निवेशकों ने मंगलवार को पूर्व की रमन सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की । बिलासपुर में चिटफंड कंपनी के निवेशकों ने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और रामसेवक पैकरा पर एफआईआर करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया । साथ ही चकरभाटा थाने का लोगों ने घेराव भी किया। प्रदेश महासचिव नंद कुमार निषाद ने बताया कि रोजगार मेले में जो भी नेता-मंत्री आए थे, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा रही है। मिली शिकायत पत्र में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, धरमलाल कौशिक एवं पूर्व गृह मंत्री रामसेवक पैकरा, तत्कालीन कलेक्टर समेत 32 लोगों के खिलाफ शिकायत की गयी है। संघ के पदाधिकारियों और चिटफण्ड कंपनी के निवेशकों ने आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व भाजपा शासित सरकार के संरक्षण में खुली चिटफण्ड कंपनियों के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने वाले नेताओं और मंत्रियों पर एफआईआर दर्ज करवाने को लेकर आज वे इकठ्ठा हुए हैं ।
संघ के साथ 25 हजार प्रभावित परिवारों द्वारा बिलासपुर हाईकोर्ट में पहले भी हलफनामा दायर किया गया है | हलफनामे में चिटफण्ड कंपनियों के डायरेक्टर्स के अलावा शासन-प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारी को भी पक्षकार बनाया गया है | चिटफण्ड कंपनियों को जांच में उन अधिकारियों ने क्लीनचिट तक दे दिया था। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा चुनाव के दौरान चिटफंड कंपनियों के निवेशकों का पैसा दिलाने का वादा किया था। इसके बाद ही प्रदेश के हजारों युवाओं को राहत देते हुए चिटफंड कंपनी के एजेंटों पर दर्ज एफआईआर भी वापस लेने का बड़ा फैसला लिया था। इसी संदर्भ में मंगलवार को बिलासपुर हाईकोर्ट परिसर में छत्तीसगढ़ अभिकर्ता उपभोक्ता संघ के पदाधिकारी की बैठक की गई। चिटफंड कंपनी के प्रभावितों के साथ सम्मेलन भी आयोजित किया गया जिसमें पूर्व सरकार के मुख्यमंत्री रमन सिंह, तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष धरमलाल कौशिक और गृह मंत्री रामसेवक पैकरा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया है। (हि.स.)।