नयी दिल्ली, (mediasaheb.com) (वार्ता) सरकार ने कहा है कि आयुष्मान योजना के 50 करोड़ लाभार्थियों को कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ या अन्य बीमारियों के इलाज पर गैर पैनल वाले अस्पतालों में भी इलाज की सुविधा मिलेगी और इस पर जो भी खर्च आएगा उसका भुगतान सरकार करेगी।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना के लाभार्थी यदि कोविड-19 पीड़ित हैं तो गैर पैनल वाले अस्पताल में भी उनका मुफ्त में इलाज होगा और उसे नियम के अनुसार खर्च भी मिलेगा। इस योजना के तहत 50 करोड़ से अधिक कार्डधारक हैं और यदि इनमें से कोई कोरोना संक्रमण के अलावा अन्य बीमारी से पीड़ित है तो भी उसे सरकारी अस्पताल के प्रमाणपत्र के आधार पर इलाज की सुविधा मिलेगी और उससे इलाज के बदले पैसा नहीं लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पहले देश में कोविड अस्पताल नहीं थे लेकिन अब इनकी संख्या 723 गयी है। इनमें लगभग दो लाख बेड आइसोलेशन के हैं और 24 हजार आईसीयू हैं तथा 12190 वेंटिलेटर हैं। इन सेवाओं का विस्तार तीन महीने में सरकार ने किया है। भारत में पहला कोरोना मामला इस साल 30 जनवरी को आया था और इसकी गंभीरता को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैबिनेट की हर मीटिंग में चेतावनी देते थे और तैयारी में जुटने के लिए कहते थे, इसीलिए समय पर पूरा देश तैयारी में जुट गया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जहां तक कोराेना वायरस से बचाव के पर्सनल प्रोटेक्टशन इक्यूपमेंट (पीपीई) की बात है तो पहले देश इसकी कोई भी सुविधा नहीं थी लेकिन आज देश में 77 कंपनियां इनका निर्माण कर रही हैं और एक करोड़ 88 लाख पीपीई का आर्डर इन कंपनियों को दिया गया है तथा हर रोज अस्पतालों में इन कंपनियों से माल आ रहा है। अच्छे मास्क यानी एन-95 मास्क की उपलब्धता 25 लाख है और ढाई करोड़ का आर्डर दिया गया है। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सरकार ने कोरोना वायरस से जुड़ी सेवाओं का यह विस्तार किया है।(वार्ता)