महात्मा गांधी के स्वाधीनता आंदोलन को शराबखोरी से जोड़ना कांग्रेसी नेताओं की नासमझी और उथली सोच का परिचायक: भाजपा
रायपुर(mediasaheb.com) भारतीय जनता पार्टी (#BJP ) के प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने प्रदेश के आबकारी मंत्री कवासी लखमा के बयान के मद्देनजर प्रदेश सरकार की नीति और नीयत पर जमकर निशाना साधा है। श्री उपासने ने कहा कि मंत्री लखमा ने बढ़ती शराबखोरी को बेहद हल्के अंदाज में लेकर प्रदेश सरकार के शराबबंदी के वादे से मुकरने का इरादा साफ जता दिया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल(#CMBhupesh bhagel ) और मंत्री लखमा(#ministar Lakhma ) यह स्पष्ट करें कि क्या शराबबंदी का वादा भी धान खरीदी की तरह धरा रह जाएगा और कब तक कांग्रेस नेता नोटबंदी के जुमले पर कांग्रेस को जिंदा रखने की नाकाम कोशिश करेंगे?
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री उपासने (#Upasne ) ने मंत्री लखमा के उस कथन को भी आपत्तिजनक माना जिसमें मंत्री ने बढ़ती शराबखोरी से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा था कि यह छत्तीसगढ़ है और नए साल में कोई खुशी मनाए तो क्या दिक्कत है? महात्मा गांधी ने भी आजादी की लड़ाई इसीलिए लड़ी थी। श्री उपासने ने कहा कि दिन-रात महात्मा गांधी के नाम की माला जपने वाले कांग्रेसी मंत्रियों और नेताओं ने जिस तरह महात्मा गांधी के स्वाधीनता आंदोलन को शराबखोरी से जोड़ा है, उससे कांग्रेस नेतृत्व की नासमझी और उथली सोच का परिचय मिल रहा है। कांग्रेस ने महात्मा गांधी को अपने वैचारिक भटकाव में इस तरह घसीटने का काम पहली बार नहीं किया है।
जिन सामाजिक बुराइयों, जिसमें शराबखोरी प्रमुख है, के खिलाफ महात्मा गांधी(#MahatamaGandhi ) ने पूरे जीवनभर संघर्ष किया, आज कांग्रेस के मंत्री उनके संघर्ष और स्वातंत्र्य आंदोलन को शराबखोरी की आजादी से जोड़ने की जिस निर्लज्जता का प्रदर्शन कर रहे हैं, उसके लिए न केवल मंत्री लखमा को देश व प्रदेश से बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए, अपितु मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इसे संज्ञान में लेकर मंत्री पद से लखमा को बर्खास्त करना चाहिए।
भाजपा प्रवक्ता उपासने ने मंत्री लखमा को अपनी वाचालता पर नियंत्रण रखने की नसीहत देते हुए कहा कि अपने पूरे शासनकाल में कांग्रेस ने देश और राज्यों में धर्म, जाति और सम्प्रदाय के आधार पर समाज को बांटने और लोगों में तुष्टिकरण की राजनीति करके नफरत पैदा करने की घिनौनी कोशिशें की और अब कांग्रेसी सरकार के मंत्री लखमा भाजपा पर नफरत फैलाने का आरोप लगाकर सच से मुंह चुरा रहे हैं। हर एक राष्ट्रीय हित के मुद्दों पर देश को भ्रमित करके आपस में लड़ाकर और हिंसा फैलाकर कांग्रेस अब भी अपने उसी राजनीतिक चरित्र का परिचय दे रही है। झूठ-फरेब, नफरत, विभाजनकारी मानसिकता कांग्रेस की पहचान है और देश कांग्रेस को उसकी सही जगह दिखलाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबको साथ लेकर सबके विकास और नए भारत की रचना में जुट गया है।