रायपुर,(mediasaheb.com) भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रदेश कांग्रेस के 20 जुलाई के धरना आंदोलन को सियासी नौटंकी निरुपित किया है। श्री कौशिक ने कहा कि ऐसी नौटंकियां परवान नहीं चढ़तीं और इसीलिए प्रदेश कांग्रेस के नेता अपने इस आंदोलन की सफलता को लेकर इतने सशंकित हैं कि उन्हें अपने कार्यकर्ताओं पर दबाव बनाकर आंदोलन में आने के लिए बाध्य करना पड़ रहा है।
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने प्रदेश के कोटे और केन्द्रों के चावल आवंटन में कटौती के केन्द्र सरकार के निर्णय को कालाबाजारी, जमाखोरी और कमीशनखोरी रोकने वाला बताया और कहा कि इसी के भरोसे राजनीति करने वाले कांग्रेसी अब खिसियानी बिल्लियों की तरह खंभा नोचने का उपक्रम कर रहे हैं। श्री कौशिक ने कहा कि केन्द्र सरकार की उज्ज्वला गैस कनेक्शन योजना के सफल क्रियान्वयन के बाद केरोसिन की खपत घटी है।
केन्द्र सरकार राज्यों में खपत के आधार पर कोटे का निर्धारण करती है और आवश्यक होने पर आवंटन में कटौती का निर्णय लेती है। श्री कौशिक ने कहा कि वस्तुतः कांग्रेस के पास कोई दृष्टिकोण तो बचा नहीं है, काम करने की सूझबूझ का परिचय देने में भी प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर विफल ही सिध्द हुई है इसलिए अपनी नाकामियों और राजनीतिक पाखंड पर पर्दा डालने की गरज से कांग्रेस ऐसी नौटंकियां करने के लिए विवश है।
श्री कौशिक ने तंज कसा कि अपने ही आंदोलन की सफलता को लेकर कांग्रेस नेता खुद सशंकित हैं और इसीलिए पीसीसी को आंदोलन में कार्यकर्ताओं की भागीदारी के लिए दबाव बनाने तक का सहारा लेना पड़ रहा है। इसी से स्पष्ट है कि कांग्रेस वैचारिक और संगठनात्मक तौर पर कितनी खोखली हो गई है! श्री कौशिक ने कहा कि कांग्रेस का कथित आंदोलन उल्टा चोर कोतवाल को डांटे जैसा है। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के समय प्रदेश के हक पर लगातार डाका डालने वाली सरकार के खिलाफ चुप रहे कांग्रेसी किस मुंह से आज बात कर रहे है, यह समझ से परे है। श्री कौशिक ने कहा कि इतना बड़ा जनादेश मिलने के बावजूद आदिवासी क्षेत्रों को चना-नमक तक छीन लेने वाली प्रदेश सरकार जबरन नौटंकी कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले 60 से अधिक वर्षों से कांग्रेस शासन में हमेशा केन्द्र की सरकार प्रदेशों के साथ सौतेला व्यवहार करती रही है लेकिन श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पहली बार शपथ लेते ही केन्द्रीय करो में राज्यों का हिस्सा सीधे बढ़ाकर 42 प्रतिशत कर दिया था। इसके उल्टा कांग्रेस सरकार हमेशा से भाजपा शासित प्रदेशों के साथ छल और असहयोग करती रही है। उन्होंने कहा कि इस तरह की नौटंकियों को छोड़ कांग्रेस को अपने कामकजा पर ध्यान देना चाहिए।