नई दिल्ली(mediasaheb.com) फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा शनिवार को कांग्रेस में आधिकारिक रूप से शामिल हो गए और वह बिहार की पटना साहिब सीट से पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस में शामिल होने के बाद उन्होंने अप्रत्यक्ष रुप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधा । उन्होंने कहा कि इन दोनों के कार्यकाल में पार्टी लोकशाही से राजशाही में बदल गई है। हालांकि इस दौरान उन्होंने न भाजपा और न ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की किसी तरह आलोचना की । वह ज्यादातर समय भाजपा में बिताए समय और भाजपा की पुरानी पीढ़ी के नेताओं की प्रशंसा करते रहे। दिल्ली में कांग्रेस में शामिल होने के बाद आयोजित प्रेसवार्ता में सिन्हा ने कहा कि वह बिहार की पटना साहिब सीट से ही चुनाव लड़ने जा रहे हैं और उन्हें महागठबंधन के हर सहयोगी दल के कार्यकर्ता जीतने में मदद करेंगे।
इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को उसके स्थापना दिवस की बधाई दी और क्रमवार ढंग से उन घटनाओं का जिक्र किया, जिनके चलते उन्होंने भाजपा छोड़ी। सिन्हा ने कहा कि वह जयप्रकाश से प्रभावित थे और उन्हें नानाजी देशमुख भाजपा में लाए थे। नानाजी ने उन्हें अटल जी को सौंप दिया और वह सालों तक आडवाणी के सानिध्य में रहे। उन्हें आडवाणी जी का समर्थन करने के लिए पार्टी नेतृत्व ने अलग-थलग कर दिया। केवल वही ही नहीं यशवंत सिन्हा, मुरली मनोहर जोशी और अरुण शौरी को भी किनारे कर दिया गया । आज भाजपा में डर का माहौल है और ‘वन मैन शो और टू मैन आर्मी’ है।
इन्ही कारणों के चलते वह आखिरकार कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस ने आजादी में योगदान दिया और आधुनिक भारत का निर्माण किया। इस दौरान सिन्हा ने नोटबंदी, जीएसटी और अन्य मुद्दों पर सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि वह पार्टी में रहकर भी आलोचना करते रहे हैं और मानते हैं कि ‘अगर सच कहना बगावत है तो वह बागी’ हैं। बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि सिन्हा न केवल पार्टी के उम्मीदवार होंगे बल्कि वह स्टार प्रचारक के तौर पर देशभर में कांग्रेस के लिए वोट भी मांगेंगे। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस लोकतंत्र और विकास के लिए कार्य कर रही है और सिन्हा का पार्टी में शामिल होना नरेन्द्र मोदी के खिलाफ विपक्ष को मजबूती प्रदान करेगा।(हि.स.)।