रायपुर, (mediasaheb.com) लोकसभा चुनाव में पहले चरण में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के पिछड़ने के संकेत मिलते ही वह भाजपा पर आतंकी का पक्ष लेकर विवादास्पद ढंग से हमलावर हो गई है। हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व ब्रिगेडियर प्रदीप यदु ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर पुलवामा हमले को लेकर आरोप लगाते हुए कहा कि जब हमने बस्तर में भाजपा विधायक भीमा मंडावी की मौत के जांच के आदेश दे दिए हैं तो आप पुलवामा हमले की जांच क्यों नहीं करवा रहे हैं। यदु ने मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि मसूद अजहर भी यही सवाल पूछ रहा है। उन्होंने सोमवार को राजीव भवन में आयोजित एक प्रेस वार्ता में यह बात कही।
पूर्व ब्रिगेडियर प्रदीप यदु को कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ का स्टार प्रचारक बनाया है। पूर्व ब्रिगेडियर प्रदीप यदु ने पुलवामा और बालाकोट हमले को लेकर मोदी सरकार और गृहमंत्री राजनाथ सिंह को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अगर देश की जनता इस घटना के बारे में आपसे पूछती है तो आप उन्हें देशद्रोही करार देते हैं। छत्तीसगढ़ में मोदी के भाषण को लेकर यदु ने कहा कि आप कहते हैं कि हमने घर में घुस कर मारा। जनता को पसंद आया। लेकिन पाकिस्तान में बैठा मसूद अजहर भी यही कह रहा है कि हमने भारत में घुस के 44 सैनिकों को मारा। यदु ने सवाल उठाया कि फिर मोदी और आतंकी मसूद अजहर में क्या फर्क रह गया। हालांकि अपने विवादास्पद बयानों के बाद वे खुद फंसते नजर आये, जब पत्रकारों ने उनपर सवालों की बौछार की।
पत्रकारों के सवालों का जवाब देने के बजाय वे पत्रकारों से ही सवाल पूछने लगे। वहीं हिन्दुस्थान समाचार ने जब उनसे पूछा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलियों की गोली का जवाब क्या वार्ता के साथ दिया जाना उचित है। तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि वार्ता से ही संभव है। हालांकि जब उनसे यह पूछा गया कि क्या नक्सल इलाकों से सुरक्षा बलों को हटा देना चाहिए तो अपना बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में जो सुरक्षा बल नक्सलियों से लड़ रहे हैं वे केंद्रीय एजेंसी के हैं। लेकिन सुरक्षा बलों को हटाना उचित नहीं है।(हि.स.)।

