केंद्रीय बल की तैनाती की मांग पर पुलिस ने किया लाठियां चार्ज
दुर्गापुर में डेढ़ घंटे बाद भी मतदान शुरू नहीं
कोलकाता, (mediasaheb.com) पश्चिम बंगाल में सोमवार को आठ बजे संसदीय सीटों पर चल रहे मतदान के बीच मतदान केंद्रों पर राज्य पुलिस के बजाय केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग कर रहे आम मतदाताओं पर पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी हैं। घटना आसनसोल संसदीय क्षेत्र के दुर्गापुर स्थित जेमुआ स्कूल की है। यहां सुबह करीब नौ बजे तक मतदान की शुरुआत नहीं हो सकी थी। दरअसल सोमवार की सुबह सात बजे लोग मतदान करने पहुंचे तो पता चला कि यहां केंद्रीय बलों की तैनाती नहीं है, बल्कि केवल राज्य पुलिस के जवान सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। इसके बाद सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए और केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग करने लगे। हंगामा बढ़ते देख पुलिस की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन लोग सुन नहीं रहे थे। लोगों ने साफ कह दिया कि उन्हें राज्य पुलिस पर जरा भी भरोसा नहीं है। इसके बाद स्थानीय तृणमूल के सैकड़ों कार्यकर्ता और कुछ नेता भी मतदान केंद्र पर पहुंच गए और केंद्रीय बलों की तैनाती करने की मांग करने वालों से भिड़ गए। करीब डेढ़ घंटे तक यही स्थिति बनी रही।
तृणमूल कार्यकर्ता मारपीट और हंगामा करते रहे, लेकिन लोग मतदान को तैयार नहीं हुए। दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के निर्देश पर राज्य पुलिस के रैपिड एक्शन फोर्स को मौके पर तैनात किया गया और अधिकारियों ने लोगों से बात कर समस्या का समाधान करने की बजाय मतदान नहीं करने पर अड़े लोगों को मारना-पीटना शुरू कर दिया। आम मतदाताओं पर पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी। कई मतदाताओं को लात-घूंसों से भी पुलिसकर्मी पीटते नजर आए। लोग पुलिस की मारपीट से जमीन पर गिरने लगे। आखिरकार मतदान करने आए लोग भाग खड़े हुए हैं। उन्होंने साफ कहा है कि तृणमूल वाले और पुलिसकर्मी मिलकर पीट रहे हैं। उन्हें वोट नहीं देना है।
सैकड़ों की संख्या में नाराज लोग मतदान केंद्र के बाहर नारेबाजी कर रहे हैं। दरअसल चुनाव आयोग ने आश्वस्त किया था कि राज्य के 100 प्रतिशत मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बलों की तैनाती होगी। पश्चिम बंगाल में चुनाव के लिए नियुक्त किए गए विशेष पर्यवेक्षक अजय नायक ने साफ कहा था कि कोई भी मतदान केंद्र ऐसा नहीं छूटेगा जहां केंद्रीय बलों की तैनाती न हो। विशेष पुलिस पर्यवेक्षक विवेक दुबे ने भी यही दावा किया था, लेकिन नदिया, बीरभूम, बर्दवान के कई ऐसे मतदान केंद्र हैं जहां केंद्रीय बलों की तैनाती नहीं हुई है। लोगों में नाराजगी है और लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच दुर्गापुर के जेमुआ गांव में सुबह साढ़े आठ बजे तक मतदान की शुरुआत नहीं हो सकी है। (हि.स.)।