नई दिल्ली, (media saheb) मोदी सरकार के लिए इस साल का बजट बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि लोकसभा चुनाव भी मई से पहले होने वाले हैं| मीडिया में यह चर्चा जोरों पर है कि फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली इनकम टैक्स छूट की लिमिट बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर सकते हैं| मौजूदा टैक्स छूट की सीमा ढाई लाख (2.50 लाख) रुपये है|
इनकम टैक्स छूट की सीमा बढ़ने की संभावना
इस मुद्दे पर फाइनेंशियल एक्सपर्ट एस के पाण्डेय का कहना है कि जेटली अंतरिम बजट में इस साल इनकम टैक्स छूट की सीमा बढ़ाकर 3 लाख रुपये तक कर सकते हैं| पाण्डेय के मुताबिक इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत अभी 1.50 लाख रुपये की जो टैक्स छूट मिलती है उसे बढ़ाकर 2 लाख रुपये किया जा सकता है|
सीनियर सिटीजन के लिए भी राहत संभव
यदि ऐसा होता है तो जनरल कैटगरी की इनकम टैक्स पर छूट की मौजूदा सीमा सीनियर सिटीजन के बराबर हो जाएगी|अभी सीनियर सिटीजन को 3 लाख रुपये की आमदनी पर टैक्स छूट मिलती है| ऐसे में यह भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि सीनियर सिटीजन की टैक्स छूट सीमा 3 लाख रुपये से बढ़कर 3.50 लाख रुपये की जा सकती है|
इनकम टैक्स पर कब मिली कितनी छूट
फाइनेंशियल ईयर 2014-15 के बजट में इनकम टैक्स छूट की सीमा 2 लाख रुपये से बढ़ाकर 2.50 लाख रुपये कर दिया गया था| मोदी सरकार का पहला बजट अगस्त 2014 में आया था| उस वक्त 80C के तहत भी छूट की सीमा 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.50 लाख रुपये कर दिया गया था| जेटली ने अब तक जो पांच बजट पेश किए हैं उनमें 2014-15 के बजट में ही आम आदमी के लिए ठोस फैसले लिए गए थे| उसके बाद के सभी बजट सामान्य रहे| इसके बाद 2017-18 के बजट में फाइनेंस मिनिस्टर ने आम आदमी को राहत देने वाले फैसले किए थे|
क्या था जेटली का फैसला वित्त मंत्री जेटली ने 2017-18 में टैक्स का बोझ कम किया था| इसके तहत 2.50 लाख रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक की इनकम पर टैक्स 10 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दिया| साथ ही 50 लाख रुपये से एक करोड़ रुपये तक की आमदनी पर 10 फीसदी का सरचार्ज लगा दिया था| चुनावी साल की वजह से लोगों को है उम्मीद इस फाइनेंशियल ईयर में आम चुनाव होने वाले हैं| इसको देखते हुए इनकम टैक्स देने वाले लोगों को उम्मीद है कि सरकार टैक्स में छूट की सीमा बढ़ा सकती है| अब देखना है कि जेटली की पोटली में क्या है और लोगों को क्या देने वाले हैं| यह तो 1 फरवरी को ही पता चलेगा |(हि.स.)